पोषण ट्रैकर एप बना आंगनबाड़ी कार्यक्रताओं के घरों में कलह की वजह, जानिए क्या है मामला

Sunday, Mar 28, 2021-05:28 PM (IST)

भोपाल(इजहार हसन खान): केंद्र सरकार की ओर से जारी आदेश के नाम पर महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करने के लिए नया मोबाइल खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है जिसको लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं में रोष व्याप्त है। इसी के चलते पोषण ट्रैकर एप के विरोध में शनिवार को महिला बाल विकास विभाग की परियोजना 1 एवं 2 की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं ने आगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एकता यूनियन के नेतृत्व में एसडीएम बैरसिया और परियोजना अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।

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यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष हाजरा काज़ी ने बताया गया है कि नियमों का हवाला देकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बाध्य किया जा रहा है कि वो नया टच मोबाइल फोन खरीदे और उसमें पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड करें। इसके लिए मंहगा नए वर्ज़न का मोबाइल खरीदना होगा। वही कई जगह ग्रामीण क्षेत्र में मोबाइल का नेटवर्क नहीं मिलता है। इसके अलावा पोषण ट्रैकर एप डाउनलोड होने के बाद अंग्रेजी में डिटेल मांगता है और उसमें हिंदी में डिटेल टाइप नहीं होती है। वही साधारण मोबाइल में यह एप इंस्टाल ही नहीं होता है। जबकि विभाग के अधिकारी पोषण ट्रेकर एप डाउनलोड के लिए दवाब बना रहे हैं।

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नया मोबाइल खरीदने को लेकर बढ़ रहे आपसी झगड़े
विभाग के निर्देशों के अनुसार मोबाइल को परिवार के अन्य लोगों को देना मना है जबकि कई परिवारों में एक ही फोन होने के चलते आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के पति और उनके बच्चे भी उसी मोबाइल का उपयोग करते हैं। वही आजकल जो बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है उसमें भी इसी का इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि इस नए एप का यूनियन विरोध करती है और सरकार से मांग करती है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नए मोबाईल एवं डेटा वेलेंस की राशि दी जाए। इसके बाद योजना पर काम कराया जाए। इस अवसर पर ज़िला सदस्य आरती चतुर्वेदी, प्रेमलता विश्वकर्मा, डिम्पल शर्मा, आसमा, आसिफा, मीना शर्मा आदि मौजूद थी।


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Content Writer

meena

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