दुर्ग - भिलाई में गणेश विसर्जन की तैयारियां पूरी : 16 तालाबों और शिवनाथ नदी पर बने विशेष कुंड
Saturday, Sep 06, 2025-04:53 PM (IST)

दुर्ग। (हेमंत पाल): जिलेभर में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन 6 और 7 सितंबर को तय कार्यक्रम के अनुसार किया जाएगा। प्रशासन ने भिलाई-दुर्ग क्षेत्र में सुरक्षित व सुचारू व्यवस्था के लिए कई स्तरों पर तैयारियां की हैं। बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन पुलगांव-अंजोरा मार्ग पर स्थित शिवनाथ नदी के छोटे पुल से क्रेन की मदद से होगा। वहीं छोटी प्रतिमाओं के लिए नदी किनारे और तालाबों पर विशेष विसर्जन कुंड तैयार किए गए हैं।
ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव
कलेक्टर अभिजीत सिंह और एसपी विजय अग्रवाल ने निर्देश दिए हैं कि विसर्जन स्थल की ओर जाने वाले मार्गों पर आम वाहनों की एंट्री प्रतिबंधित रहेगी। मिनीमाता चौक से अंजोरा बायपास तक सिर्फ विसर्जन जुलूस और वाहनों को अनुमति मिलेगी, जबकि अन्य यातायात को वैकल्पिक मार्ग से डायवर्ट किया जाएगा।
शिवनाथ नदी पर सुरक्षा घेरा
जनसुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीडब्ल्यूडी ने शिवनाथ नदी के पुराने पुल पर दोनों ओर 60 फीट की अस्थायी रेलिंग लगाई है। बड़े आकार की मूर्तियों को पुल से अंतिम छोर तक ले जाकर क्रेन की मदद से नदी में उतारा जाएगा। यहां रोशनी और क्रेन की स्थायी व्यवस्था रखी गई है।
भिलाई में केवल 10 तालाब निर्धारित
भिलाई क्षेत्र में इस बार केवल 10 तालाबों को ही विसर्जन के लिए चिह्नित किया गया है। अन्य जलाशयों में मूर्ति विसर्जन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। अनुमति प्राप्त तालाबों में आलाबंद (खम्हरिया), स्मृति नगर, आमा तालाब, लिम्हा, भेलवा, नकटा, रामनगर मुक्तिधाम, श्याम नगर कैंप-2, दर्री और जयंती स्टेडियम तालाब शामिल हैं। सभी जगह विसर्जन कुंड, लाइटिंग और क्रेन की व्यवस्था की गई है।
दुर्ग क्षेत्र के लिए अलग व्यवस्था
दुर्ग शहर में भी 6 और 7 सितंबर को शिवनाथ नदी के साथ कसारीडीह और वार्ड 56-57 तालाबों पर विशेष कुंड तैयार किए गए हैं। पुलगांव गुरुद्वारा के पास पहुंच मार्ग का समतलीकरण किया गया है। इसके अलावा वाटरप्रूफ टेंट, ध्वनि व्यवस्था और श्रद्धालुओं के बैठने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।