मप्र के 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट
7/26/2021 5:16:52 PM
भोपाल, 26 जुलाई (भाषा) भारत मौसम विज्ञान विज्ञान (आईएमडी) ने सोमवार को लगातार चौथे दिन ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए मध्यप्रदेश के 13 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जतायी।
आईएमडी द्वारा जारी किया गया मौसम का यह अलर्ट मंगलवार सुबह तक के लिए है। मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है।
आईएमडी के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि ऑरेंज अलर्ट ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और टीकमगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के लिए जारी किया गया है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि शुक्रवार के बाद से मध्यप्रदेश में यह लगातार जारी किया गया यह चौथा ऑरेंज अलर्ट है। उनका अनुमान है कि मंगलवार को बारिश कम हो सकती है क्योंकि उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है। साहा ने कहा कि हालांकि उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण अभी भी जारी है क्योंकि पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के साथ चल रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश की गतिविधि मध्यप्रदेश के उत्तर पश्चिम हिस्से तक सीमित हो सकती है जिसमें ग्वालियर संभाग शामिल है।
अधिकारी ने कहा कि जुलाई के अंत तक एक और अच्छी बारिश होने की उम्मीद है क्योंकि 28 जुलाई को बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटो में मध्यप्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में बारिश हुई। रतलाम जिले के जावरा में सुबह साढ़े आठ बजे तक समाप्त हुए 24 घंटों की अवधि में पश्चिम मध्यप्रदेश में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश हुई जबकि पूर्वी मध्यप्रदेश के छतरपुर शहर में सबसे अधिक 42.4 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग द्वारा जारी हरे से लाल रंग में अलर्ट के अपने अपने मायने होते हैं। ग्रीन अलर्ट का मतलब बिना कोई चेतावनी है तथा येलो अलर्ट अधिकारियों को स्थिति पर निगाह रखने तथा ओरेंज अलर्ट भारी से बहुत भारी बारिश और रेड अलर्ट बेहद भारी बारिश की चेतावनी देता है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
आईएमडी द्वारा जारी किया गया मौसम का यह अलर्ट मंगलवार सुबह तक के लिए है। मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में पिछले चार दिनों से बारिश हो रही है।
आईएमडी के भोपाल केन्द्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि ऑरेंज अलर्ट ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिंड, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर और टीकमगढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के लिए जारी किया गया है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि शुक्रवार के बाद से मध्यप्रदेश में यह लगातार जारी किया गया यह चौथा ऑरेंज अलर्ट है। उनका अनुमान है कि मंगलवार को बारिश कम हो सकती है क्योंकि उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है। साहा ने कहा कि हालांकि उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण अभी भी जारी है क्योंकि पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के साथ चल रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश की गतिविधि मध्यप्रदेश के उत्तर पश्चिम हिस्से तक सीमित हो सकती है जिसमें ग्वालियर संभाग शामिल है।
अधिकारी ने कहा कि जुलाई के अंत तक एक और अच्छी बारिश होने की उम्मीद है क्योंकि 28 जुलाई को बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटो में मध्यप्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में बारिश हुई। रतलाम जिले के जावरा में सुबह साढ़े आठ बजे तक समाप्त हुए 24 घंटों की अवधि में पश्चिम मध्यप्रदेश में सबसे अधिक 260 मिमी बारिश हुई जबकि पूर्वी मध्यप्रदेश के छतरपुर शहर में सबसे अधिक 42.4 मिमी बारिश हुई।
मौसम विभाग द्वारा जारी हरे से लाल रंग में अलर्ट के अपने अपने मायने होते हैं। ग्रीन अलर्ट का मतलब बिना कोई चेतावनी है तथा येलो अलर्ट अधिकारियों को स्थिति पर निगाह रखने तथा ओरेंज अलर्ट भारी से बहुत भारी बारिश और रेड अलर्ट बेहद भारी बारिश की चेतावनी देता है।
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