चौहान ने आयकर राहत का स्वागत किया, कमलनाथ ने वादों पर पर्दा डालने का प्रयास बताया
Wednesday, Feb 01, 2023-03:54 PM (IST)

भोपाल, एक फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम बजट 2023-24 में आयकर राहत का स्वागत किया, जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे सरकार के पुराने वादों पर जुमलों का पर्दा डालने का प्रयास करार दिया ।
चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘अमृत काल में आयकर दरों में बहुप्रतीक्षित बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अभिनंदन करता हूं। यह सही अर्थों में जन भावनाओं का सम्मान कर नागरिकों एवं राष्ट्र के हित में फैसले लेने वाली सरकार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बजट में वित्त मंत्री ने मध्यम वर्ग को बड़ी राहत दी है। आयकर छूट की सीमा में वृद्धि, और नई कर व्यवस्था में बदलाव से लोगों के हाथ में अधिक पैसा बचेगा, खपत बढ़ेगी और विकास को गति मिलेगी। यह देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में उनके निस्वार्थ योगदान का सम्मान करता है।’’
चौहान ने कहा कि इस बजट में सरकार द्वारा आवासीय एकलव्य मॉडल विद्यालय के लिए 38,000 शैक्षणिक एवं सहायक स्टाफ की भर्ती की घोषणा अभिनंदनीय है तथा जनजातीय समाज की प्रतिभाओं को निखारने में यह कदम क्रांतिकारी साबित होगा।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि जनजातीय विद्यार्थियों के जीवन में इस निर्णय से अभूतपूर्व परिवर्तन आयेगा। चौहान ने कहा कि इससे देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश के मेरे जनजातीय बेटे-बेटियों के जीवन को एक नई दिशा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि बजट में कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये करने से किसानों को अत्यंत आवश्यक वित्त उपलब्ध होगा और खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। फार्म इनपुट मार्केट इंटेलिजेंस और एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए समर्थन एक लाभदायक कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।
बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘वित्त मंत्री का बजट भाषण सरकार के पुराने वादों पर जुमलों का पर्दा डालने का प्रयास नजर आया। हमें आशा थी कि वित्त मंत्री उन घोषणाओं पर प्रकाश डालेंगी जो 2022 में पूरी होनी थी। 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी होनी थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘2022 में हर गरीब को आवास उपलब्ध होना था। 2022 में देश में बुलेट ट्रेन चलनी थी, लेकिन वित्त मंत्री ने इन घोषणाओं के पूरे ना होने की ना तो कोई वजह बताई और ना ही देश की जनता से माफी मांगी।’’
कमलनाथ ने कहा, ‘‘स्पष्ट है कि सरकार भविष्य के खोखले सपने दिखाकर वर्तमान की जटिल परिस्थितियों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। यह प्रवृत्ति देश और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी नहीं है।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘अमृत काल में आयकर दरों में बहुप्रतीक्षित बदलाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अभिनंदन करता हूं। यह सही अर्थों में जन भावनाओं का सम्मान कर नागरिकों एवं राष्ट्र के हित में फैसले लेने वाली सरकार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बजट में वित्त मंत्री ने मध्यम वर्ग को बड़ी राहत दी है। आयकर छूट की सीमा में वृद्धि, और नई कर व्यवस्था में बदलाव से लोगों के हाथ में अधिक पैसा बचेगा, खपत बढ़ेगी और विकास को गति मिलेगी। यह देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में उनके निस्वार्थ योगदान का सम्मान करता है।’’
चौहान ने कहा कि इस बजट में सरकार द्वारा आवासीय एकलव्य मॉडल विद्यालय के लिए 38,000 शैक्षणिक एवं सहायक स्टाफ की भर्ती की घोषणा अभिनंदनीय है तथा जनजातीय समाज की प्रतिभाओं को निखारने में यह कदम क्रांतिकारी साबित होगा।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि जनजातीय विद्यार्थियों के जीवन में इस निर्णय से अभूतपूर्व परिवर्तन आयेगा। चौहान ने कहा कि इससे देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश के मेरे जनजातीय बेटे-बेटियों के जीवन को एक नई दिशा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि बजट में कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये करने से किसानों को अत्यंत आवश्यक वित्त उपलब्ध होगा और खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। फार्म इनपुट मार्केट इंटेलिजेंस और एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए समर्थन एक लाभदायक कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।
बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘‘वित्त मंत्री का बजट भाषण सरकार के पुराने वादों पर जुमलों का पर्दा डालने का प्रयास नजर आया। हमें आशा थी कि वित्त मंत्री उन घोषणाओं पर प्रकाश डालेंगी जो 2022 में पूरी होनी थी। 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी होनी थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘2022 में हर गरीब को आवास उपलब्ध होना था। 2022 में देश में बुलेट ट्रेन चलनी थी, लेकिन वित्त मंत्री ने इन घोषणाओं के पूरे ना होने की ना तो कोई वजह बताई और ना ही देश की जनता से माफी मांगी।’’
कमलनाथ ने कहा, ‘‘स्पष्ट है कि सरकार भविष्य के खोखले सपने दिखाकर वर्तमान की जटिल परिस्थितियों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है। यह प्रवृत्ति देश और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी नहीं है।’’
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