दूल्हा बने राम राजा सरकार, ढोल नगाड़ों के साथ सिया संग रचाई शादी...भगवान की एक झलक पाने को उमड़ा जनसैलाब
Tuesday, Nov 29, 2022-11:03 AM (IST)

निवाड़ी(कृष्णकांत बिरथरे): ‘बने दूल्हा छवि देखो भगवान की दुल्हन बनी सिया जानकी’ आज रामराजा सरकार दूल्हा बने, राजसी परंपरा के साथ राम जानकी का विवाह हुआ। आज दूल्हा सरकार की एक झलक पाने को लोग आतुर थे। लोग चाहे वह आम हो या खास सब यही चाहते थे आज दूल्हा सरकार की एक अलग ही छवि के हमें दर्शन हो बुंदेलखण्ड की अयोध्या कहे जाने वाले धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ओरछा में आज रात्रि विवाह पंचमी के अवसर पर पिछले करीब 500 वर्षो से चली आ रही।
भगवान श्री राम के सीता से विवाह की अद्भुत परंपरा का निर्वहन विधि विधान से किया गया। प्रति वर्ष की भांति आज भी विवाह पंचमी पर यहां के प्रसिद्ध राम राजा मंदिर से बाकायदा भगवान राम की बारात राजसी ठाठ वाठ के साथ जनकपुरी के लिए गाजे बाजे ढोल नगाड़ों के साथ निकाली गई जिसमें भगवान राम राजा सरकार अपने अनुजों के साथ सुशोभित रहे और सारे ओरछा नगर के अलावा बाहर से आए देशी विदेशी श्रद्धालुओं सहित सैलानी पूरे उत्साह से बाराती के रूप में शामिल होकर जनकपुरी की ओर रवाना हुए।
जहां बारात के जनकपुरी पहुंचने पर श्रीराम सीता का पाणिग्रहण संस्कार विधि विधान से संपन्न हुआ। वैवाहिक कार्यक्रम पूर्ण होने के बाद बारात वापिस रामराजा के महल रूपी मंदिर के लिए वापिसी हुई। विगत 500 वर्षो से हर साल ओरछा वासी भगवान श्रीराम को मानव स्वरूप में मानकर पूरी धूमधाम से उनका विवाहोत्सव इसी प्रकार मनाते आ रहे हैं।
निवाड़ी जिले के ओरछा का रामराजा मंदिर अत्यंत प्राचीन है और यहां स्थापित मूर्ति के बारे में प्रचलित मान्यता के अनुसार ओरछा की महारानी गनेश कुंवर पुष्य नक्षत्र में इस मर्ति को अयोध्या से नंगे पैर पैदल चलकर ओरछा लाई थी। श्रीराम की प्रतिमा ओरछा लाये जाने के बाद बुन्देलखण्ड में इन्हें ओरछा के राजा के रूप में मान्यता दी गई और संभवता ओरछा के रामराजा इस मायने में भी अद्वितीय है कि इन्हें प्रतिदिन पुलिस के जवानों द्वारा बाकायदा आज भी दिन के चारों पहर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है।