बांध की उस दरार ने मुख्यमंत्री को सोने नहीं दिया: जब तक खतरा टला नहीं, तब तक डैमेज कंट्रोल में जुटे रहे...

8/14/2022 4:16:06 PM

भोपाल (विवान तिवारी): धार जिले के निर्माणाधीन बांध से तेजी से पानी निकालने को लेकर लगातार रेस्क्यू टीमें लगी है। बांध के समांतर बनाए गए चैनल के जरिए पानी निकासी कर बांध को खाली किया जा रहा है। मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी और आपदा की आशंका के बीच आसपास के 18 गांवों को प्रशासन ने पूरी तरह से खाली करा लिया है। प्रशासन अलर्ट मोड पर है और इसका सबसे सबसे बड़ा कारण है, मुख्यमंत्री और भांजे भांजियों के मामा शिवराज सिंह चौहान का बहुत ज्यादा गंभीर होना। 

लगातार बैठक ले रहे हैं सीएम शिवराज सिंह 

दरअसल कारम बांध के लीकेज की खबर आते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बहुत ज्यादा गंभीर हो गए हैं। यही नहीं वह लगातार बैठकें कर रहे हैं। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं और उनके कैबिनेट के 2 मंत्री तुलसी सिलावट और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव बांध पर तैनात है। सीएम ने साफ तौर पर यह निर्देश दिए हैं कि सभी गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए और यही नहीं जितने भी पालतू जानवर हैं उन सब को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। इसी कड़ी में उन्होंने कल देर रात 1:00 बजे अधिकारियों की बैठक ली और उस वक्त कारम बांध पर जो भी स्थिति थी उसका पूरा जायजा लिया। ऐहतियात के तौर पर लुन्हेराफाटा से धामनोद तक का रास्ता कुछ समय के लिए बंद रखा गया था, लेकिन देर रात रास्ता खोल दिया गया। 

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मैं आभारी हूं उन भाई- बहनों का जो अपना घर छोड़ ऊंचे सुरक्षित स्थनों पर गए: सीएम 

बांध से लगातार निकाले जा रहे हैं। पानी को लेकर सीएम शिवराज ने ये कहा कि चीफ इंजीनियर सहित हमारी बाकी टीम भी कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी सहित सब फील्ड में हैं। चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन जब तक हम पूरा पानी नहीं निकाल देते तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। इसलिए लगातार प्रयत्न जारी है। मैं इतना जरूर कहना चाहता हूं "संकट के समय आरोप-प्रत्यारोप के वजह हमें राजनीतिक दलों की सीमाओं से ऊपर उठकर पहला ध्यान जनता की सुरक्षा पर देना चाहिए। ताकि हम विश्वास का वातावरण निर्मित कर सके। यह समय राजनीति करने का नहीं है यह समय कैसे हम परिस्थितियों को नियंत्रित करके लोगों को सुरक्षित रखें यह समय इसका है।

मवेशियों को ना हो कोई नुकसान 

उन्होंने यह भी कहा की मैं सभी का सहयोग चाहता हूं। मैं अपने उन भाइयों बहनों का आभारी हूं। जिन्होंने प्रशासन की बात मानी और सुरक्षित ऊंचे स्थानों पर पहुंचे हैं।उन्हें दिक्कतें घर से बाहर जाने में होती है। यह बात स्वाभाविक है। लेकिन, वह पूरा सहयोग कर रहे हैं और हमारी प्रतिबद्धता है अपनी जनता की जिंदगी की सुरक्षा, मवेशियों को कोई नुकसान ना पहुंचे और इसके अलावा हम लगातार कोशिश कर रहे हैं गांव को भी कोई नुकसान ना पहुंचे। आप सभी का पूर्ण सहयोग मिलेगा, या मेरा विश्वास भी है और यह मेरी अपील भी है।

उत्तरकाशी में हुई सड़क दुर्घटना में भी पूरी रात नहीं सोए थे सीएम

कुछ दिनों पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक बड़ी सड़क दुर्घटना में 25 लोगों की मौत हुई थी। यात्रियों से भरी एक बस के 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी थी। घटना की खबर आते थे सीएम शिवराज खुद देर रात देहरादून रवाना हो गए थे। उस वक्त उनके साथ मंत्री विजेंद्र सिंह, DGP, होम सेक्रेट्ररी और OSG सभी उच्च स्तरीय लोगों की टीम भी गई थी। सीएम शिवराज सिंह चौहान बस दुर्घटना में मारे गए रामसजी एवं बांके बिहारी के रिश्तेदार कृष्ण बिहारी द्विवेदी से अस्पताल जाकर देर रात बातचीत की थी और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की थी। 

सदमे के बराबर थी उत्तरकाशी बस दुर्घटना

उत्तरकाशी बस दुर्घटना में मारे गए तीर्थ यात्रियों के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हुए रिश्तेदारों को ढांढस बंधाया था। यही नहीं आधी रात तक घायलों से मिलते रहे और सभी मृतकों के पार्थिव शरीर को पूरे सम्मान के साथ मध्यप्रदेश पहुंचाने की व्यवस्था में लगे रहे। मुख्यमंत्री तड़के सुबह उत्तराखंड के सीएम धामी के साथ घटना स्थल का जायजा लेने भी पहुंच गए थे। वही इन सब के बीच पूरी रात उन्होंने एक झपकी तक नहीं ली थी। 


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News Editor

Devendra Singh

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