जुड़वा भाई-बहनों ने किया कमाल, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदों की लगाई झड़ी
5/17/2020 3:21:41 PM
इंदौर (गौरव कंछल): प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर को खेलों के लिए भी जाना जाता है, और उसकी वजह है कि मध्य प्रदेश की खेल प्रतिभाएं जिन्होंने इंदौर को देश मे एक अलग स्थान दिया है। इंदौर की ऐसी ही दो प्रतिभाएं हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदों की झड़ी लगा दी है और खास बात ये है की यह दोनों प्रतिभाएं जुड़वा भाई बहन हैं। जुड़वा बहन-भाई अनाहिता व आरव पुरी ने महज़ 11 साल की उम्र में कई कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं। जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनाहिता दो गोल्ड तो आरव एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीत चुके हैं। मार्शल आर्ट स्वस्थ रहने तथा आत्मरक्षा का बेहतरीन माध्यम है। मार्शल आर्ट को लोग अलग-अलग कारणों से सीखते रहे हैं।
कुछ लोग इसे व्यायाम और आत्मरक्षा के लिए तो कुछ इसे ही अपना हमसफर मानते हैं। ऐसे में अनाहिता व आरव को जोश, जुनून व कुछ करने के दृढ़संकल्प को देखते हुए हम कह सकते हैं। कि आने वाले दिनों में भाई-बहन की यह जोड़ी अपने प्रदर्शन से मध्य प्रदेश को अवश्य ही गौरवान्वित करेगी। कहते हैं खेल कोई भी हो उसमें प्रतिस्पर्धा होना निहायत जरूरी है। इसे अनाहिता व आरव की खुशकिस्मती ही कहेंगे कि इन्हें घर में ही शानदार प्रतिस्पर्धी मिले हुए हैं। 11 साल की छोटी सी उम्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतना हंसी खेल का काम नहीं है। बच्चों के प्रशिक्षक मोहन कनौजिया भी मानते हैं कि इन बच्चों में गजब का टैलेंट है। कनौजिया कहते हैं कि खेलों के प्रति इन बच्चों का कमेटमेंट और गम्भीरता इन्हें सबसे अलग साबित करती है।
अनाहिता राष्ट्रीय स्तर पर अब तक 11 स्वर्ण तथा एक रजत तो आरव आठ स्वर्ण, और रजत व दो कांस्य पदक अपनी झोली में डाल चुके हैं। प्रतिभाशाली अनाहिता की शानदार उपलब्धियों को देखते हुए कई बार सम्मानित हो चुकी हैं। ब्राउन बेल्ट अनाहिता व आरव पुरी सिर्फ कराटे ही नहीं किक बॉक्सिंग, ताइक्वांडो तथा मार्शल आर्ट्स खेलों में न केवल बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं बल्कि जहां भी जिस प्रतियोगिता में उतरते हैं पदकों से अपना गला सजाकर ही लौटते हैं। अनाहिता व आरव पुरी काता व कुमिते में अपने नायाब प्रदर्शन से सन्मति स्कूल ही नहीं समूचे मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ा रहे हैं। अनाहिता मार्शल आर्ट खेलों ही नहीं बल्कि तैराकी, गायन, नृत्य और स्केटिंग में भी किसी से कम नहीं है। आरव कराटे के साथ-साथ फुटबॉल, साइकिलिंग, फर्राटा दौड़ का भी लाजवाब खिलाड़ी है। आरव पांच बार सन्मति स्कूल का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रह चुका है तो अनाहिता दो बार यह गौरव हासिल कर चुकी है। इसे एक बार भाई आरव के साथ संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठता का सम्मान भी मिला है। इंदौर में खेलों को लेकर अच्छा माहौल और प्रतिस्पर्धा है, ऐसे में अनाहिता व आरव के जोश, जुनून व कुछ करने के दृढ़संकल्प को देखते हुए हम कह सकते हैं कि आने वाले दिनों में भाई-बहन की यह जोड़ी अपने प्रदर्शन से मध्य प्रदेश को अवश्य ही गौरवान्वित करेगी।