रशीद जोया की अनोखी पहल, स्वतंत्रता दिवस पर लोहे के पिंजरे में कैद 25 पेड़ों को दिलाई आजादी
Wednesday, Aug 16, 2023-01:35 PM (IST)

खरगोन (वाजिद खान): खरगोन जिले के सनावद में पौधों की सुरक्षा के लिए लगाई जाने वाली जाली ट्री गार्ड पौधे जब तक छोटे रहते है तब तक उन्हें सुरक्षित रखने में सहायक होती है परंतु जब वह पौधा बड़ा होकर पेड़ बन जाता है। तब यदि समय पर जाली नहीं निकाली जाती तो वही जाली उसके बढ़ने में गतिरोध बन जाती है। जाली के साथ लगने वाली लोहे की पट्टी की रिंग उसके बढ़ते तने के साथ पेड़ की कोशिकाएं काटने लगती है ओर पेड़ को नुकसान पहुंचाने लगती है जिससे पेड़ सूख जाता है। इसी समस्या को देखते हुए नगर के समाजसेवी व फेब्रिकेशन का व्यवसाय करने वाले रशीद जोया ने पेड़ों को ऐसी जालियों से मुक्त करने का बीड़ा उठाया है।
रशीद जोया पिछले 3 सालों से ऐसे पेड़ जो लोहे के जंगलों में कैद है उन्हें आजाद करने का कार्य निशुल्क कर रहे हैं। उसमें उनके पुत्र अमान जोया, कारीगर समीर मिर्जा सहाबुद्दीन खान सहायता करते है। अभी तक वे तकरीबन 100 पेड़ों को मुक्त करवा चुके हैं। वह यह कार्य पूर्णतया निशुल्क करते है। जहां भी ऐसे पेड़ों की खबर लगती है अपने कार्य को विराम दे अपना इलेक्ट्रिक कटर और जरूरी औजार लेकर पेड़ों को मुक्त कराने निकल पड़ते हैं।
सनावद कृषि उपज मंडी में 25 पेड़ जंगलों में जकड़े हुए है। इसकी जानकारी पार्षद गंगा भारती शर्मा ने जोया को दी तो उन्होंने मंडी सेकेट्री हिम्मत सिंह जमरा से संपर्क कर चर्चा की। जमरा भी पेड़ों की ऐसी दशा देख कर चिंतित थे। उन्होंने तुरंत उन्हें बुला कर मुआयना कर ऐसे पेड़ों को चिन्हित कर पिंजरों से मुक्त करने का कार्य किया। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को इन पेड़ों को लोहे के जंगलों की कैद से मुक्त करवाया। जोया ने बताया कि एक बड़े पेड़ को बचाना दस नए पौधे लगाने जैसा कार्य है।
पौधे भी लगाए जाएं साथ साथ स्वस्थ पेड़ों को भी बचाया जाये। जहां भी ऐसे पिंजरे में कैद पेड़ होते है उनकी सूचना मिलते ही उन्हें मुक्त करवाने का कार्य निशुल्क किया जाता है। अभी तक सनावद क्षेत्र में 100 से अधिक त्रिगार्ड जाली काट कर पेड़ों को मुक्त करवाया गया है। साथ ही आज 15 अगस्त पर कृषि उपज मंडी में 25 त्रिगार्ड जंगले काट कर पेड़ों को आजाद करवाया गया। निकाले हुए पिंजरों को मंडी प्रशासन रिपेयर करवा कर नये पौधरोपण के काम में लेगा।