OBC आरक्षण खत्म करने की दिशा में काम कर रही है शिवराज सरकार: दामोदर यादव
1/17/2022 5:14:06 PM
(मिस्बाह नूर) गुना: मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष दामोदर यादव ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होने सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा, ओबीसी वर्ग के आरक्षण को समाप्त करने की ओर कदम बढ़ा रही है. इसका प्रमाण है कि मध्य प्रदेश में ओबीसी के तीन-तीन मुख्यमंत्री होने के बावजूद बीजेपी ने इस वर्ग के लिए कुछ नहीं किया है. जबकि कमलनाथ की सरकार में ओबीसी आरक्षण को 14 से बढ़ाकर 21 प्रतिशत कर दिया गया था. ओबीसी आरक्षण के समर्थन में कांग्रेस खुले तौर पर मैदान में आ गई है. इसी के तहत दामोदर यादव की ओर प्रदेशभर में जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है. कांग्रेस भाजपा और आरएसएस के इस षड्यंत्र को सफल नहीं होने देगी.
सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने छेड़ा अभियान
मध्यप्रदेश में ओबीसी के समर्थन करते हुए कांग्रेस की ओर से लगातार भाजपा पर हमला बोला जा रहा है. पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर सरकार की किरकिरी होने के बाद कांग्रेस ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है. खासकर, ग्वालियर-चम्बल संभाग में एक मुहिम चलाई जा रही है. इसी मुहिम के तहत कांग्रेस नेता दामोदर यादव ने ओबीसी का नेतृत्व करते हुए सरकार के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है.
पांच धड़ों में बंट चुकी है भाजपा: कांग्रेस
सोमवार को गुना पहुंचे दामोदर यादव ने भाजपा पर ओबीसी सहित दलित वर्गों का आरक्षण समाप्त करने के षड्यंत्र का आरोप लगाया है. यादव ने कहा है कि कांग्रेस आरक्षण को कभी समाप्त नहीं होने देगी और इसके लिए वह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रही है. रणनीति के तहत 17 फरवरी को मुख्यमंत्री निवास घेरने की योजना है. गुना के दौरे पर आए दामोदर यादव ने कहा कि ग्वालियर-चम्बल संभाग में भाजपा के भीतर वर्चस्व की लड़ाई चल रही है. यादव ने कहा कि प्रदेशभर में भाजपा कम से कम पांच धड़ों में बंट गई है. जिनमें शिवराज सिंह, सिंधिया, नरेंद्र सिंह सहित कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा गुट शामिल है.
टिकट बांटने में सिंधिया का रहता था दखल: यादव
उन्होंने सिंधिया को कांग्रेस से जाने पर उसे असली आजादी करार दिया. यादव ने स्वीकार किया कि वह कांग्रेस में सिंधिया का दखल होने की वजह से मूल कार्यकर्ता को टिकट नहीं मिल पाता था. लेकिन अब कांग्रेस के कार्यकर्ता स्वतंत्र हैं और काम के आधार पर टिकट मिलेंगे. यादव ने दावा किया है कि सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस ग्वालियर-चम्बल संभाग में कम से कम 30 सीटें जीतेगी. इसकी वजह है कांग्रेस में गुटबाजी का आरोप लगाने वाले स्वयं खंड-खंड हो चुके हैं.