विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी युवकों पर फायरिंग! लटेरी में वन कर्मियों ने लकड़ी बीनने गए युवकों को मारी गोली, 1 की मौत
Wednesday, Aug 10, 2022-02:18 PM (IST)

लटेरी(अमित रैकवार): विश्व आदिवासी दिवस पर मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में जलावन के लिए लकड़ी बीनने गए आदिवासी युवक पर वन विभाग की टीम ने फायरिंग कर दी गई। इस घटना में एक युवक की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हो गए। घटना को लेकर आदिवासी समाज में युवक का शव सड़क पर रखकर रोष व्यक्त किया है। विपक्ष ने इस घटना को लेकर सरकार को घेरना शुर कर दिया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही है साथ ही पीड़ित परिवार के लिए नौकरी और मदद का ऐलान किया है।
ये है पूरी घटना
मंगलवार शाम करीब 6 बजे विदिशा के लटेरी में कुछ आदिवासी युवक लकड़ी चुनने जंगल की ओर गए थे। घने जंगल से लकड़ियां चुनकर जब वे लौट रहे थे तब वन विभाग की टीम वहां पहुंच गई। वन विभाग की टीम को देखकर वे डर गए और भागने लगे। इस दौरान वन विभाग की टीम ने उन्हें चोर समझकर उनके ऊपर फायरिंग कर दी। इस घटना में एक आदिवासी युवक की मौत हो गई जबकि 3 अन्य घायल हैं। थोड़ी सी लकड़ियों जिसे वे मोटरसाइकिल पर लादकर ले जा रहे थे, उसके लिए जान की कीमत अदा करनी पड़ी।
नरोत्तम मिश्रा ने घटना की निंदा की
लटेरी की घटना बेहद दुखद है। माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए है। घटना में मृतक के परिजनों को 20 लाख ₹ और घायलों को 5–5 लाख ₹ की आर्थिक सहायता दी जाएगी। pic.twitter.com/D9lZXqIrSv
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) August 10, 2022
घटना को लेकर आदिवासी समुदाय में आक्रोश है। उन्होंने युवक का शव सड़क पर रखकर धरना दे दिया है। इधर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना को दुखद बताया है, उन्होंने कहा कि सीएम शिवराज ने मामले के न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं मृतक के परिजन को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और घायलों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही संबंधित अधिकारी को सस्पेंड करने की कार्रवाई कर दी गई है और 302 के तहत मामला भी दर्ज किया गया है।
मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी, घायलों को भी आर्थिक मदद
विदिशा कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की घोषणा की। साथ ही मृतक के परिजनों को 20 लाख की आर्थिक सहायता तथा घायलों को 5-5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है। साथ ही कहा कि उक्त घटना की ज्यूडिशियल जांच कराई जाएगी जो भी फॉरेस्ट कर्मचारी दोषी है जो भी गए थे सबको आज ही निलंबित किया जा रहा है। सभी दोषियों के विरूद्ध धारा 302, 307 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद परिजन युवक के अंतिम संस्कार करने के लिए मान गए।
घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
वहीं डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर राजवीर सिंह का कहना है कि लकड़ी चोरों ने वन विभाग की टीम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी। आत्मरक्षा में गोली चलाई गई जिससे एक युवक की मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। आदिवासी समुदाय के लोग खासे आक्रोशित हैं। स्थानीय एक्टिविस्ट व वकील सुनील आदिवासी ने बताया कि, 'भील परिवार के 10 सदस्यों पर लटेरी वनविभाग द्वारा बेहद शर्मनाक हमला किया गया जिसमे चैनसिंह पुत्र सरदार भील की मौके पर मौत एवं 4 अन्य गंभीर को जिला विदिशा हॉस्पिटल उपचार के लिए भेजा गया।