कोरोना के बीच हकीम का बड़ा दावा, बोले- इस दवा से मरीज ठीक ना हुआ तो मुझे फांसी पर लटका देना
5/4/2021 12:39:49 PM
सतना (फिरोज खान): कोरोना से बचने के लिए देश भर में जगह जगह से तरह तरह के दावे किए जा रहे हैं। एक ऐसा ही दावा सतना के एक हकीम ने किया है, हकीम का कहना है कि उसने कोरोना से बचने की दवाई बना ली है, अगर वो दवाई कोरोना भगाने में कारगर साबित न हुई तो उसे फांसी पर लटका दिया जाए।
इन लाल, नीली, हरी और पीली बोतलों को गौर से देखिये। आपको जानकर हैरानी होगी,, की इन बोतलों में भरा पानी पीने के बाद, आप कोरोना जैसी गंभीर बीमारी को भी हरा सकते हैं। इतना ही नहीं इस बोतल के पानी को पीने से न सिर्फ आपका ऑक्सीजन लेवल बढ़ जाएगा बल्कि आप पूरी तरह से स्वस्थ भी हो सकेंगे। ये दावा है सतना के हकीम हैदर अली का। पिछले 35 सालों से प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के जरिये लोगों का इलाज करने वाले हकीम हैदर अली का कहना है कि यदि इस दवा से कोरोना का मरीज ठीक न हो तो मुझे फांसी पर लटका दिया जाए। हकीम साहब के इन दावों में कितनी सच्चाई है यह बता पाना मुश्किल है, लेकिन उनका अटूट भरोसा देखकर लगता है कि दवा में कुछ तो जरूर है। जिस कोरोना महामारी का मुकम्मल इलाज खोज पाने में दुनियाभर के वैज्ञानिक फेल साबित हो रहे हैं। वैक्सीन और ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से लाखों लोग मौत की नींद सो रहे हैं, उस बीमारी का इलाज आप अपने घर में बिना किसी खर्च के आसानी से कर सकते हैं। सतना के हनुमान चौक में खुले आसमान के नीचे रखी इन रंगीन बोतलों में सादा पानी भरा हुआ है। ये प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की एक प्रक्रिया है। जिसमें सूर्य की किरणों से ऊर्जा खींचकर सादे पानी को दवा में तब्दील कर दिया जाता है। इसका ताल्लुक सूर्य की किरणों में शामिल 7 रंगों और इंसान को जीवन देने वाले पंचतत्वों से है। हकीम साहब की मानें तो प्राकृतिक चिकित्सा बहुत पुरानी पद्धति है और इसका उपयोग राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वयं करते थे। पद्धति के अनुसार कांच की रंगीन बोतलों में पानी भरकर 8 से 10 घंटे के लिए धूप में रख दिया जाता है। इसमें बोतल के रंग पर निर्भर करता है कि उसमें भरा पानी किस बीमारी को ठीक करने के काम आएगा।
केंद्र व राज्य सरकार हकीम साहब की इन दलीलों को माने या न माने। लेकिन यदि आप कोरोना से छुटकारा पाने के लिए इस तरकीब को अपनाना चाहते हैं तो हरे रंग की कांच की बोतल में सादा पानी भरकर लकड़ी के तख्ते पर सूर्य की रोशनी में रख दें और 8 घण्टे बाद एक कप पानी मरीज को हर रोज पिलाएं। यदि आपको इसका लाभ मिले तो समझिए हकीम साहब की इस प्राकृतिक चिकित्सा में दम है।