मालिक के इशारे पर मौत से चंद मिनट पहले किया डांस ! फिर पालतू घोड़े को इंजेक्शन देकर सुला दिया मौत की नींद

12/4/2021 1:16:17 PM

बैतूल(रामकिशोर पवार): मध्य प्रदेश के बैतूल जिले की चिचोली नगर परिषद में एक घोड़े को मौत का मर्सी किंलिग प्रक्रिया के तहत इंजेक्शन देकर दफना दिया गया। चिचोली का यह पालतू घोड़ा एक शानदार डांसर था जो चलता भी था तो ऐसा लगता था मानों डांस कर रहा हो, उसे डॉक्टरों की टीम ने इंजेक्शन लगाकर सदा के लिए मौत की नींद सुला दिया। डांसर जिसने मौत के चंद मिनट पहले भी मालिक के इशारे पर डांस किया एक लाइलाज बीमारी ग्लैडर्स से ग्रस्त था।

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डांसर को मर्सी किंलिग प्रक्रिया के बाद दफनाया गया
जानकारी के मुताबिक, चिचोली निवासी दिलीप राठौर ने तीन महीने पहले ही ढाई लाख रुपए में एक घोड़ा खरीदा था। जिसे डांस का बहुत शौक था वह मालिक के इशारे पर ही नाचने लग जाता था। लेकिन अचानक ही डांसर एक लाइलाज बीमारी ग्लैडर्स से ग्रस्त हो गया। जिसके चलते आखिरकार जिला कलेक्टर ने 5 साल के इस घोड़े को दर्द रहित इंजेक्शन लगाकर मर्सी किलिंग यानी ‘दया की मौत’ देने का आदेश दे दिया। इसके बाद घोड़े के अंतिम संस्कार के लिए जेसीबी से चार फीट गहरा गड्ढा गया और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में डांसर को दफनाया गया।

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डांसर के इलाज के लिए की भाग दौड़
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर के सी तवर ने बताया पशु पालक दिलीप राठौर ने डेढ़ महीने पूर्व जिला पशु चिकित्सालय में बीमार घोड़े का इलाज करवाया गया था। पशु चिकित्सक द्वारा घोड़े मे नजर आए लक्षणों के आधार पर घोड़े के ब्लड सैंपल लेकर इसे हरियाणा की हिसार लैब में भेजा जहां से मिली रिपोर्ट के मुताबिक घोड़े को ग्लैडर्स नाम की बीमारी की पुष्टि हुई।
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क्या है लाइलाज बीमारी ग्लैडर्स
ग्लैडर्स एक जेनेटिक बीमारी है, जो ज्यादातर घोड़ों, गधों और खच्चरों में होती है। इस बीमारी से पीड़ित पशु दिन ब दिन कमजोर होता जाता है, क्योंकि इसका कोई इलाज नहीं है। सबसे बड़ी बात यह कि ग्लैडर्स पशुओं से इंसानों में फैल सकती है। इस बीमारी से पीड़ित पशु को मारना ही पड़ता है क्योंकि इसका कोई इलाज नहीं है। इसके लिए ग्रस्त पशु को दर्दरहित इंजेक्शन दिए जाते हैं, जिसके बाद पशु गहरी नींद में चला जाता है और उसी दौरान कुछ ही देर में उसकी मौत हो जाती है। 

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मौत से चंद मिनट पहले किया डांस
डांसर को लेकर दिलीप बहुत भावुक था। दिलीप ने डांसर की मौत से चंद मिनट पहले इशारा किया और हर चीज से अंजान घोड़े ने नाचना शुरु कर दिया। यह डांसर का आखिरी डांस था। देखते ही देखते सारा माहौल गमगीन हो गया। इसके बाद नियमानुसार जिला कलेक्टर के आदेश के बाद आज घोड़े की किलिंग प्रक्रिया के तहत 4 दर्द रहित इंजेक्शन की सहायता से दस मिनट मे घोड़े को मौत देने की प्रकिया कर विधिवत रूप से घोड़े को चार फीट गडडे मे मोक्षधाम सड़क पुरा के पीछे में दफनाया गया है। डॉक्टर के सी तंवर ने बताया कि घोड़े को ग्लैडर्स एंड फायसी नामक ला ईलाज घातक बिमारी थी जिससे मनुष्य मे फैलने का खतरा होता है इस एक्ट मे 1899/13 एक्ट के तहत पशु पालक को 25000 का मुआवजा दिया जाएगा।

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ये रहे मौजूद
इस अवसर पर के के देशमुख उपसंचालक पशु विभाग बैतूल डॉ विजय पाटिल अतिरिक्त उपसंचालक डॉक्टर आरके बंसल अतिरिक्त संचालक डॉक्टर चंचल मेश्राम वरिष्ठ पशु टिकारी बैतूल डॉ मनीषा सहष नानी जिला रोग अनुसंधान बेतूल , डॉ सतीश नवड़े विकासखंड आठनेर एवं डॉ के सी तंवर चिचोली की संयुक्त टीम ने कोरोना वाली पीपी किट कपड़े पहनकर घटना को अंजाम दिया इस प्रकिया के कलेक्टर के आदेशानुसार इन सभी डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियो और घोड़े के मालिक सहित इस प्रकिया मे जुड़े सभी लोगों के ब्लड सैम्पल लेने की प्रकिया की जायेगी।

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Content Writer

meena

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