MP के इस अफसर की संपत्ति 100 करोड़ से भी ज्यादा, पता चलते ही शासन ने की सर्जिकल स्ट्राइक, हुआ बड़ा खुलासा
Monday, Oct 20, 2025-12:35 PM (IST)
रीवा/भोपाल: मध्यप्रदेश शासन ने लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद उपायुक्त संभागीय उड़नदस्ता रीवा, आलोक कुमार खरे को सस्पेंड कर दिया है। लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में करोड़ों रुपए की संपत्ति जब्त की गई थी। इसके बाद आबकारी विभाग की ओर से अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद इस महीने आलोक खरे के खिलाफ विशेष न्यायालय में चालान पेश किया गया।
निलंबन का आदेश जारी
वाणिज्यिक कर विभाग ने शनिवार को छुट्टी होने के बावजूद सस्पेंशन का आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त इंदौर, आलोक खरे के विरुद्ध लोकायुक्त पुलिस भोपाल ने अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने के मामले में अपराध क्रमांक 238/2019 दर्ज किया था। आलोक खरे के खिलाफ 4 अप्रैल 2025 को वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा अभियोजन की स्वीकृति दी गई और 8 अक्टूबर को चालान पेश किया गया। निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय अपर आबकारी आयुक्त, राज्य स्तरीय उड़नदस्ता, भोपाल निर्धारित किया गया है।
100 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त
लोकायुक्त ने 6 साल पहले सहायक आबकारी आयुक्त के पद पर पदस्थ आलोक खरे के भोपाल, इंदौर, रायसेन और छतरपुर में 7 ठिकानों पर छापेमारी की थी। शुरुआती जांच में लगभग 100 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ था।
पत्नी के नाम जमीनें और महलनुमा आवास
जांच में सामने आया कि आलोक खरे ने कई हेक्टेयर जमीनों को पत्नी मीनाक्षी के नाम पर खरीदकर एक बड़े भूखंड में परिवर्तित किया और उस पर भव्य महलनुमा आवास बनाया, जिसकी निर्माण और सजावट पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए।
बता दें कि आलोक कुमार खरे ने 1998 में सरकारी सेवा में प्रवेश किया। वे भिंड, भोपाल, इंदौर सहित कई जिलों में पदस्थ रह चुके हैं। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं।

