MP में मिली दुर्लभ प्रजाति की बिल्ली, एक आंख नीली तो दूसरी पीली, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में डॉलर में है कीमत
1/26/2021 12:13:38 PM
बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में एक दुर्लभ प्रजाति की बिल्ली लोगों में चर्चा का बिषय बना हुआ है। इस बिल्ली का रंग सफेद है और इसकी खासियत यह है कि इसकी एक आंख नीली और एक पीली है। यह बिल्ली जिले के सारणी के रहने वाले अनुभव सिंह को जंगल में मिली थी। वह इसे घर ले आया और इसकी देखभाल करना शुरु कर दिया। अब यह बिल्ली उनके परिवार का सदस्य बन गई है।
जानकारी के मुताबिक, बैतूल के अनुभव सिंह करीब दो महीने पहले भोपाल से सारणी जा रहे थे तो किसी काम से जंगल में रुके इस दौरान उन्होंने पेड़ पर एक डरी सहमी बिल्ली बैठी देखी क्योंकि पेड़ के नीचे कुत्ते ने उसे घेर रखा था। अनुभव ने कुत्ते को भगा दिया और बिल्ली को अपने साथ घर ले आए। अनुभव ने जब ध्यान से देखा तो उसकी हैरानी की ठिकाना न रहा। बिल्ली की एक आंख नीली और दूसरी पीली है। उसने बिल्ली को पालने का निर्णय लिया और बिल्ली का नाम रखा हैजी।
हैजी उनके परिवार में अच्छे से घुल मिल गई। उसकी आंखों के चर्चे आस पास के लोगों में होने लगे। एक दिन अनुभव ने इंटरनेट पर सर्च किया तो पता चला किया तो यह बेहद दुर्लभ प्रजाति की बिल्ली है और भारत में इसके होने की कोई पुष्टि नहीं है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत डॉलर में पाई गई और भारतीय करेंसी के हिसाब से पांच से सात लाख रुपये है। अनुभव हैजी को अपने परिवार के लिए लक्की समझते हैं।
इस अनोखी बिल्ली के बारे में बैतूल जेएच कालेज के बायोटेक्नॉलॉजी विभाग के एचओडी सुखदेव डोंगरे का कहना है कि इसे खाओ मेनी कैट कहते हैं। आमतौर पर ये थाईलैंड में पाई जाती है इसका इतिहास 100 वर्ष पूर्व का है। यह बिल्लियों की बेहद दुर्लभ प्रजाति है और इसकी खासियत है कि यह होशियार, चंचल और सामाजिक होती है। इसकी प्रजाति को बढ़ाने के लिए विशेष ब्रीडिंग कराई जा रही है।
इसकी आंखों के दो रंग होने के पीछे कारण यह है कि इसकी आंखों का जो आईरिस स्ट्रक्चर होता है उसके कारण आंख दो अलग-अलग रंग की हो जाती। बिल्ली में यह विशेषता जन्मजात पाई जाती है और ऐसी बिल्ली लाखों में एक ही होती है।
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