लॉकडाउन का बेहतर उपयोग: शख्स ने घर की छत को बना दिया खेत, मोहल्ले में भी बांटते हैं सब्जियां
Thursday, Oct 08, 2020-04:57 PM (IST)

टीकमगढ़: कोरोना काल हमारी जिंदगी का वो हिस्सा रहा जिसने हमें नए नए तजुर्बे दिए। कोरोना जैसी आपदा से निपटने के लिए लॉकडाउन के दरमियान घरों में बंद लोगों ने हालातों के हिसाब से ढलना सीखा। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक ऐसा ही उदाहरण देखने को मिला जहां कोरोना संक्रमण से बचाव और सेहत को ध्यान में रखते हुए घर की छत पर ही सब्जियां उगाई। ये कमाल कर दिखाया कृषि वैज्ञानिक योग रंजन ने। आत्मनिर्भर बनने के लिए उन्होंने ये कदम उठाया। इस अनुभव पर उनका कहना है कि इससे जहां सेहत को संजीवनी मिल रही, वहीं शुद्धता की सौ फीसद गारंटी भी मिल रही है।
कृषि वैज्ञानिक योग रंजन ने कोरोना काल में 60 बोरियों में मिट्टी भरकर सब्जियों की खेती शुरू की। उसमें ही गोबर का खाद मिलाकर इन सभी बोरियों को छत पर रख दिया। इन बोरियों में ही टमाटर, लोकी, गिलकी, बरवटी, शिमला मिर्च, अदरक, ककड़ी ,धनिया, बैगन, शहीत तमाम प्रकार की सब्जियां उगाना शुरू कर दिया।
इस संबंध में योग रंजन का कहना है कि छत पर सब्जी उगाना काफी आसान है। खेतों में तो काफी पानी और खाद देना पड़ता है, लेकिन छत पर बोरियों में सब्जियों को काफी कम पानी लगता और खाद देना पड़ता है। उनका कहना है कि छत पर सब्जियां उगाने में मेहनत कम करनी पड़ती है जबकि शुद्धता की पूरी गारंटी है।
कृषि वैज्ञानिक योग रंजन आज अपने छत पर लगी सब्जियों का खुद तो उपयोग करते ही है। साथ यह अपने कॉलोनी में भी लोगों को फ्री में सब्जियां बांटते है। इस खेती में योग रंजन की पत्नी मीनाक्षी भी उनकी मदद करती हैं।