घर में पड़ी थी लाश..संस्कार की तैयारी में था परिवार, बेटा सड़क पर जिंदा चला आया, भूत-भूत कहकर भागने लगे लोग
Thursday, Sep 11, 2025-05:59 PM (IST)

कोरबा : एक घर में मातम पसरा हुआ था, परिवार 27 वर्षीय बेटे को खोने के गम में डूबा हुआ था। घर में एक लाश पड़ी थी। अगले दिन संस्कार होना था। सभी रिश्तेदारों को मौत की सूचना दे दी गई। लेकिन इसी बीच रात को लोगों ने सड़क पर कुछ ऐसा देखा कि पूरे गांव में हड़कंप मच गया। लोग भूत भूत कहकर दौड़ने लगे। क्योंकि जिस शख्स को मरा समझकर अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी वो जिंदा था। शख्स ने खुद चिला चिलाकर कहा- मैं भूत नहीं हूं, मैं भूत नहीं हूं... जिंदा हूं। बेहद हैरान कर देने वाली यह कहानी है छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की। फिर सवाल उठे कि अगर बेटा जिंदा है तो घर में पड़ी लाश किसकी है?
कभी-कभी हमारी जिंदगी में ऐसी घटनाएं घटती हैं जो किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं होती। छत्तीसगढ़ कोरबा जिले के कुसमुंडा थाना क्षेत्र के गेवरा बस्ती विश्रामपुर में सोमवार रात ऐसा ही हैरतअंगेज वाकया हुआ। दरअसल, 27 वर्षीय हरीओम वैष्णव पिता हेमेश्वर वैष्णव चार दिन पहले ससुराल से घर लौटते समय लापता हो गया था। काफी तलाश के बाद भी जब वह नहीं मिला तो परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी बीच बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र के डंगनिया नदी से एक अज्ञात शव बरामद हुआ। शव पानी में डूबे रहने से पहचान के लायक नहीं था, लेकिन बाल-दाढ़ी, कद-काठी और हाथ पर ‘आर’ अक्षर के टैटू की वजह से परिजन उसे हरीओम का मान बैठे। पुलिस ने मर्ग पंचनामा और पोस्टमार्टम के बाद शव सौंप दिया।
परिजन शोक में डूबे हुए रिश्तेदारों को सूचना देने लगे और अगले दिन के लिए अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली। गांव में मातम पसरा था कि अचानक आधी रात को मोहल्ले के कुछ लोगों ने हरीओम को सड़क पर चलता देखा। पहले तो लोग डरकर “भूत-भूत” चिल्लाते हुए भागने लगे, लेकिन हरीओम ने खुद को जीवित बताते हुए कहा कि वह नाराज होकर कहीं चला गया था।
परिवार की मायूसी खुशी में बदल गई, मगर अब बड़ा सवाल यह है कि घर में रखा शव किसका था। कुसमुंडा पुलिस ने रात में ही शव को एंबुलेंस से वापस बांकीमोंगरा पुलिस को सौंप दिया। फिलहाल शव को मर्चुरी में रखवाया गया है और उसकी पहचान के प्रयास जारी हैं। इस अनोखी घटना ने पूरे कोरबा जिले को हैरत में डाल दिया है।