सिंधिया के गढ़ में BJP को लगा बड़ा झटका! 18 पार्षदों के इस्तीफे नामंजूर, नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में
Thursday, Sep 04, 2025-01:46 PM (IST)

शिवपुरी: केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के संसदीय क्षेत्र शिवपुरी में नगर पालिका की राजनीति गरमा गई है। भाजपा पार्षदों की नाराजगी से उपजा विवाद अब नया मोड़ ले चुका है।
पार्षदों ने दिया इस्तीफा, कलेक्टर ने किया नामंजूर
कुछ दिन पहले भाजपा पार्षदों ने नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर भ्रष्टाचार और विकास कार्यों में लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय समेत कुल 18 पार्षदों ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा। हालांकि, कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने सुनवाई के दौरान इन सभी इस्तीफों को नामंजूर कर दिया। कलेक्टर ने कहा कि इस्तीफे व्यक्तिगत कारणों जैसे स्वास्थ्य या पारिवारिक कारणों से नहीं दिए गए, बल्कि आरोपों के आधार पर दिए गए थे, जो प्रमाणिक कारण नहीं माने जाते।
अध्यक्ष पर गहराए संकट
इस्तीफे नामंजूर होने के बाद नपा अध्यक्ष की कुर्सी भले ही फिलहाल बच गई हो, लेकिन संकट टला नहीं है। जांच में अध्यक्ष गायत्री शर्मा को वित्तीय अनियमितताओं और गड़बड़ियों का दोषी पाया गया है। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में पहले भी दो पूर्व और एक वर्तमान सीएमओ निलंबित हो चुके हैं।
बीजेपी में बढ़ी मुश्किलें
इस विवाद ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पार्टी के ही 12 पार्षद कांग्रेस के 4 और 2 निर्दलीय पार्षदों के साथ मिलकर अध्यक्ष के खिलाफ एकजुट हो गए। बीते 28 अगस्त को सभी 18 पार्षदों ने कलेक्टर को इस्तीफे सौंपे थे। नपा अध्यक्ष गायत्री शर्मा पूर्व मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की समर्थक मानी जाती हैं। उन्हें हटाने की मांग को लेकर पार्षदों ने करैरा के एक मंदिर में शपथ भी ली थी।
सियासी हलचल तेज
इस पूरे घटनाक्रम से स्थानीय राजनीति में हलचल मच गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भी असंतोष देखने को मिल रहा है। अब सबकी निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई और भाजपा के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।