भाजपा नेता के पिता की मौत पर बवाल ! कब्रिस्तान पहुंची पुलिस...दफन करने से पहले शव को उठाया
Saturday, Nov 22, 2025-07:39 PM (IST)
छतरपुर : मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर में नगरपालिका के वार्ड के पिता की मौत से हड़कंप मच गया है। जहां कोतवाली पुलिस ने कब्रिस्तान पहुंचकर शव को दफन करने से रोका और जिला अस्पताल लेकर आये और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद जाकर शव का अंतिम संस्कार करते हुए मुस्लिम रीति रिवाज से कब्र में दफन किया गया। वहीं अब इस मामले में लोग अलग अलग तरह की बातें आरोप और कयास लगा रहे हैं जो कि शहर में जनचर्चा का विषय बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, छतरपुर शहर नगरपालिका के वार्ड नंबर 12 के भाजपा पार्षद बिलाल अली के पिता शाकिर अली की मौत हो गई जिसपर पुलिस को सूचना मिली कि उनके साथ मारपीट की गई जिससे उनकी मौत हो गई। दरअसल बीती 19 तारीख को अपने पिता के साथ बेरहमी से मारपीट की थी पार्षद द्वारा संकट मोचन चौराहे एवं अपने दूसरे निवास पर अपने पिता और मां के साथ मारपीट की थी जिसमें पिता को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां हालात गंभीर होने पर डॉक्टर ने ग्वालियर मेडिकल रेफर किया था। जहां हालात में सुधार न होने पर डॉक्टरों ने जवाब दे दिया जिससे परिजन उन्हें जिला अस्पताल छतरपुर वापिस ले आये जहां 21 नवम्बर की रात शाकिर अली की मौत हो गई।

हो रही जनचर्चा
वहीं अब जन चर्चा बनी हुई है कि कि भाजपा पार्षद बिलाल अली ने अपने पिता को बेरहमी (लाठी-डंडों) से पीटा था इतना ही नहीं पीटते-पीटते डंडा भी टूट गया था। जिससे शरीर के बाहरी और अंदरूनी हिस्से में चोटें आईं थीं और इसी कारण उनकी मौत हो गई है।
जल्दबाजी में कर रहे थे दफ़न
आरोप है कि मामले को दबाने के चलते परिजन आज दिनांक 22 नवम्बर को जल्दबाजी करते हुए दफन करना चाह रहे थे और जल्दबाजी करते हुए बतौर शवयात्रा करते हुए जनाजे को कब्रिस्तान भी लेकर गये। जहां सुपुर्दगे खाक (दफन) करने से पूर्व होने वाली जनाजे की नमाज के पहले कब्रिस्तान पर पुलिस पहुंच गई और कानूनन शव को दफन करने से रोका और शव को लेकर जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लेकर आई।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी पार्षद बिलाल अली को पुलिस ने पूछताछ के लिए लेकर आई थी पर बाद में छोड़ दिया है। वहीं अब इस मामले की जांच चल रही है। हालांकि मारपीट के समय बाप-बेटे ने एक दूसरे की रिपोर्ट सिटी कोतवाली पुलिस को की थी। पिता ने अस्पताल में भर्ती के दौरान बेटे की शिकायत भी की थी और वहीं बिलाल अली ने भी सिटी कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

परिवार नकार रहा मामले को
वहीं मृतक की पत्नी ने बताया कि परिवार में हर किसी के विवाद होता है लेकिन मेरे पति हार्ट के पेशेंट थे जिन्हें हार्ट अटैक आया हुआ था तो तत्काल ही उन्हें ग्वालियर ले गए जहां पर उनकी मौत हो गई। वहीं बेटी सफीना बानो ने कहा कि मेरे परिवार में कोई भी ऐसा विवाद नहीं था और मैं ससुराल में थी अभी आई हूं। मुझे ज्यादा कुछ नहीं पता, पिताजी को पहले भी अटैक आया था और अब अटैक आया और उनकी मौत हो गई।
उनकी मिट्टी के लिए जनाजे को कब्रिस्तान (जो ईदगाह के पास है) ले गए, जहां दफन करने के पहले पुलिस पहुंच गई और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा कि यह प्राकृतिक मौत है या मारपीट से हत्या।

