CM साय ने नक्सली मुठभेड़ में जान गंवाने वाले कोबरा कमांडो को दी श्रद्धांजलि, बोले- उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा
Friday, May 23, 2025-01:30 PM (IST)

रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बल पिछले डेढ़ साल से नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं, और उन्हें विश्वास है कि 31 मार्च 2026 तक इस खतरे को खत्म करने का संकल्प पूरा होगा। साय बृहस्पतिवार को राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में जान गंवाने वाले, सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो को आज श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। रायपुर के माना इलाके में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) की चौथी बटालियन ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी।
साय ने कहा, ''गुजरात निवासी कोबरा जवान मेहुल भाई नंदलाल सोलंकी बीजापुर के उसूर क्षेत्र में माओवादियों से लड़ते हुए वीर गति को प्राप्त हुए हैं। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने अदम्य साहस का परिचय दिया। हम उनकी वीरता को नमन करते हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।''
बीजापुर में नक्सल ऑपरेशन के दौरान वीरगति को प्राप्त हमारे जांबाज जवान को आज माना में पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) May 23, 2025
शहीद जवान के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
हमारी सरकार बस्तर संभाग में शांति और समृद्धि स्थापित करने… pic.twitter.com/JZiqpdy3a7
मुख्यमंत्री ने कहा, ''बस्तर क्षेत्र में निश्चित रूप से शांति स्थापित होगी। पूरा देश जानता है कि पिछले डेढ़ साल से हमारे सुरक्षाबल नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं। नक्सल विरोधी अभियानों में अभूतपूर्व सफलता मिली है। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री का 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प पूरा होगा।''
बृहस्पतिवार को राज्य के सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा पर तुमरेल गांव के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ के एक कोबरा कमांडो की मृत्यु हो गई तथा मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। बुधवार को नारायणपुर-बीजापुर सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में राज्य पुलिस के डीआरजी के साथ मुठभेड़ में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के महासचिव और उनके शीर्ष कमांडर नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू (70) समेत 27 नक्सली मारे गए थे।