'Jungle raj in MP': Bjp और नरोत्तम मिश्रा पर बरसे Vikrant bhuria, आदिवासियों की दुश्मन है शिवराज सरकार

7/4/2022 6:54:14 PM

भोपाल (विवान तिवारी): एमपी कांग्रेस कमेटी (mp congress committee) मुख्यालय में मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस (mp youth congress) के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया (vikrant bhuria) और मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था नाम की चीज बची ही नहीं है। प्रदेश में जंगलराज (jungle raj in madhya pradesh) के हालात है और उसी का परिणाम है कि दबंगों द्वारा गुना में आदिवासी महिला (tribal woman) को खेत में जिंदा जला दिया गया। भाजपा पर हमला करते हुए यूथ कांग्रेस (yputh congress mp) के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने कहा कि आदिवासी परिवार की साढ़े 6 बीघा जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा था, जब उनके खेत पर आरोपी जुताई कर रहे थे तब वहा महिला पहुंच गई। इतने में आरोपियों ने उसपर डीजल डालकर आग लगा दी। यही नहीं जिंदा जलती हुई महिला मदद के लिए गुहार लगाती रही लेकिन बेखौफ अपराधी इस खौफनाक मंजर का वीडियो बनाते रहे, जबकि बीते 23 जून को परिवार की ओर से पुलिस सुरक्षा की मांग की गई थी। लेकिन पुलिस ने आदिवासी परिवार (tribal family) को सुरक्षा प्रदान नहीं की। जिससे दबंगों के हौसले बुलंद हो गये और वह अपराध करने को अंजाम देने में कामयाब हो गये। 

आदिवासियों की जमीन छीन रहे हैं बीजेपी नेताओं के गुंडे: विक्रांत भूरिया

विक्रांत भूरिया (vikrant bhuria) ने यह भी कहा की आदिवासी परिवार के पास जो जमीन थी, उस जमीन का पट्टा कांग्रेस सरकार द्वारा दिया गया था, जो दबंगों की आंखों में किरकिरी बना हुआ था। आदिवासियों को जमीनों के पट्टे देकर उन्हें जमीनों के जो अधिकार कांग्रेस सरकार (congress government) में दिये गये थे। लेकिन भाजपा और शिवराज सरकार (shivraj singh chouhan) के संरक्षण में फल-फूल रहे दबंगों ने आदिवासियों से ज़मीने छीनने का काम किया है। यदि वह जमीन हड़पने में कामयाब नहीं होते हैं तो उनके साथ मारपीट की जाती है, यहां तक की इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।  

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वाहवाही लूटने के लिए बुलडोजर चलाने की नौटंकी कर रहे हैं सीएम शिवराज: भूरिया

लगातार शिवराज सरकार (shivraj government) पर तीखे वार करते हुए विक्रांत भूरिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में भाजपा-आरएसएस (BJP-RSS) के लोग ही आदिवासियों पर लगातार अत्याचार कर रहे हैं। सिवनी जिले में हुई घटना से यह प्रमाणित हो गया था। चाहे नेमावर का जघन्य हत्याकांड हो, नीमच में बर्बरतापूर्वक पिटाई कांड हो या खंडवा, खरगोन, गुना और सिवनी में हुआ हत्याकांड हो सभी मामलों से स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में आदिवासियों को सुरक्षा देने में भाजपा सरकार पूरी तरह विफल रही है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि अपराधों के बाद वाहवाही लूटने के लिए बुलडोजर चलाने की नौटंकी करने वाली भाजपा सरकार ये क्यों नहीं बताती हैं कि अगर बुलडोजर (congress questions on bjp rising bulldozer action) से ही अपराध रुकते तो नित नए अपराध क्यों हो रहे हैं और अब गुना में आदिवासी महिला पर मानवता को तार-तार करने वाला अपराध क्यों हुआ? भाजपा की आदिवासी विरोधी नीति का ही ये परिणाम है कि मध्य प्रदेश आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में देश में प्रथम पायदान पर है। भाजपा आदिवासियों को बांटने की राजनीति कर रही है।      

आदिवासी अधिकार के नाम पर राष्ट्रपति का पद देना था तो एमपी के किसी आदिवासी को देते: विक्रांत भूरिया

मीडिया से चर्चा के दौरान भाजपा की राष्ट्रपति उम्मीदवार पर सवाल उठाते हुए विक्रांत भूरिया (vikrant bhuria) ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा आदिवासी मध्यप्रदेश में रहते हैं। अगर आदिवासी अधिकार के नाम पर राष्ट्रपति का पद देना था तो मध्यप्रदेश के किसी आदिवासी को दिया जाना चाहिए था। इसके साथ ही आंकड़ों और तथ्यों पर बात करते हुए विक्रांत भूरिया (vikrant bhuria) ने कहा आबादी के हिसाब से आदिवासी वर्ग में भील जनसंख्या 1.70 करोड़, गोंड जनसंख्या 1.3 करोड़ है। भाजपा ने उनकी उपेक्षा की है।

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इस्तीफा दे नरोत्तम मिश्रा: कांग्रेस  

राष्ट्रपति पद (presidential election 2022) के लिए जिस संथाल वर्ग की महिला को उम्मीदवार बनाया गया है, उस वर्ग की आबादी पूरे देश में केवल 74 लाख है। जो अपने गांव तक में बिजली नहीं पहुंचा पाई, ऐसी उम्मीदवार आदिवासी समाज का कितना भला कर पाएंगी? यह गंभीर चिंतनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की ये मांग है कि गुना में पीड़ित आदिवासी परिवार को पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए, पीड़ित महिला के इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए, आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। वही भूरिया (congress leader bhuria) ने ये मांग की है कि कानून-व्यवस्था का पालन करवाने में असफल प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (narottam mishra) अपने पद से तत्काल इस्तीफा दें। 


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News Editor

Devendra Singh

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