दुर्ग में यूरिया की भारी किल्लत पर कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन, गाड़ा बैला रैली में उमड़ा किसानों का जनसैलाब
Thursday, Sep 11, 2025-04:11 PM (IST)

दुर्ग। (हेमंत पाल): छत्तीसगढ़ में किसानों को खाद संकट का सामना करना पड़ रहा है, और इसे लेकर अब सियासी पारा चढ़ गया है। बुधवार को कांग्रेस पार्टी ने किसानों के साथ मिलकर दुर्ग में गाड़ा बैला रैली निकाली, जो राजीव भवन से शुरू होकर दुर्ग कलेक्ट्रेट तक पहुंची। इस जोरदार प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस नेताओं ने यूरिया खाद की भारी कमी और कालाबाजारी के खिलाफ प्रशासन को घेरा।
प्रदर्शन का नेतृत्व कांग्रेस के दिग्गजों ने किया
इस रैली का नेतृत्व जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने किया, उनके साथ प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र साहू एवं पूर्व विधायक अरुण वोरा भी मौजूद रहे। तीनों नेताओं ने संयुक्त रूप से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि
छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है। पहले डीएपी खाद की किल्लत रही, अब यूरिया मिलना भी मुश्किल हो गया है।
रैली में किसानों का फूटा गुस्सा:
रैली में शामिल सैकड़ों किसानों ने बैलगाड़ियों (गाड़ा बैला) से रैली निकाल कर विरोध जताया। किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें 266 रुपए की यूरिया 1500 से 2000 रुपए में खरीदनी पड़ रही है, जो साफ तौर पर कालाबाजारी का मामला है। इस बीच कलेक्ट्रेट परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, लेकिन रैली पूरी तरह शांतिपूर्ण रही।
कांग्रेस नेताओं के तीखे आरोप:
राकेश ठाकुर ने कहा ......
भाजपा सरकार ने चुनाव से पहले किसानों को समर्थन मूल्य, बोनस और खाद-बीज की उपलब्धता का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद इन वादों को भुला दिया गया है।
राजेंद्र साहू ने आरोप लगाया .....
खाद की आपूर्ति में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है। यूरिया के गोदाम खाली हैं, लेकिन निजी दुकानों में कालाबाजारी चरम पर है। प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
अरुण वोरा ने चेतावनी देते हुए कहा....
अगर जल्द ही खाद वितरण व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो कांग्रेस प्रदेश भर में आंदोलन करेगी।
प्रशासन की स्थिति:
हालांकि प्रशासन की ओर से किसी अधिकारी ने मीडिया से आधिकारिक बयान नहीं दिया, परंतु कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते समय यह भरोसा दिलाया गया कि कृषि विभाग को निर्देश दिए जा चुके हैं, और जल्द ही पर्याप्त मात्रा में खाद की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
किसानों की स्थिति गंभीर
मौजूदा समय में खरीफ सीजन चल रहा है और धान की रोपाई पूरी हो चुकी है। ऐसे में यूरिया खाद की मांग चरम पर है। यदि जल्द ही खाद की आपूर्ति नहीं की गई, तो फसल उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।