Purnima 2023: केशवानंद महाराज और छोटे दादाजी हरिहर की समाधि के दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालु, गुरु पूर्णिमा पर लगता है खास मेला
Sunday, Jul 02, 2023-06:00 PM (IST)

खंडवा: श्री दादाजी मंदिर (dadaji mandir khandwa) में गुरु पूर्णिमा उत्सव (Purnima 2023) आज मनाया जा रहा है. यहां बड़े दादाजी श्री केशवानंद महाराज और छोटे दादाजी श्री हरिहर भोले भगवान की समाधि के दर्शन करने के लिए देश के विभिन्न जिलों से श्रद्धालु आ रहे हैं. भक्त अपने हाथों में निशान लेकर पैदल कई किलोमीटर चलकर दादा जी मंदिर आ रहे हैं और दादा जी की समाधि पर निशान अर्पत कर रहे हैं. बाहर से आए भक्तों के लिए पूरा शहर मेजबानी के लिए तैयार है जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया गया है, जिसमें बाहर से आने वाले भक्तों के लिए खाना चाय नाश्ता सब कुछ निशुल्क रहेगा.
खंडवा में धूनी वाले दादाजी के आश्रम में देश भर से हजारों शिष्य उनकी समाधि पर माथा टेकने आते हैं. खंडवा में इंदौर रोड़ पर स्थित भगवान शंकर के अवतार कहे जाने वाले संत केशवानंद जी महाराज की भव्य समाधि स्थापित है. यहां उन्होंने सन 1930 में अपना देहत्याग किया था. केशवानंद जी महाराज उर्फ़ बड़े दादाजी अपने निकट हमेशा एक धूनी जलाए रखते थे. वो धूनी आज भी खंडवा में लगातार पिछले करीब 87 वर्षों से जलती आ रही है. 12 साल तक उनके शिष्य हरिहर नाथ जी महाराज ने उनकी समाधि की सेवा की. 1942 में इन्होने भी देहत्याग कर दिया. इनकी इच्छा स्वरूप हरिहर नाथ जी महाराज उर्फ़ छोटे दादाजी की समाधि भी बड़े दादाजी की समाधि के निकट स्थापित की गई. गुरु-शिष्य की इस अद्भूत मिसाल को देखने यहां देशभर से लाखों लोगों का गुरुपूर्णिमा के दिन जमावड़ा लगता है.
दादा जी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ देखने को मिली बड़ी संख्या में भक्त निशान लेकर दादाजी मंदिर पहुंचे. यहां आए श्रद्धालु भजन-कीर्तन करते रहे. भज लो दादाजी का नाम भज लो हरिहर जी का नाम जपते हुए श्रद्धालु निशान लेकर मंदिर पहुंचे. यहां श्री बडे दादाजी और छोटे दादाजी महाराज की समाधि के दर्शन किए. मां नर्मदा के दर्शन कर धूनीमाई में नारियल अर्पित किए.
खंडवा में 2 दिनों तक श्रद्धालुओं के लिए सब कुछ फ्री रहता है जैसे खाना-पीना चाय नाश्ता इन सबके भंडारे लगाए जाते हैं. जिसमें तरह-तरह के भोजन शामिल रहते हैं. रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से शहर के लोगों द्वारा नि:शुल्क ऑटो चलाए जाते हैं, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत परेशानी ना हो पूरा शहर 2 दिनों तक दादा जी के भक्तों की सेवा में लग जाते हैं.