दिग्विजय सिंह ने रतलाम में हुए फर्जी मतदान पर उठाए सवाल, राज्य निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र
Tuesday, Jul 19, 2022-05:49 PM (IST)

भोपाल(विवान तिवारी): मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने रतलाम नगर निगम में चुनाव के दौरान हुए फर्जी मतदान में स्थानीय पुलिस द्वारा गुंडा तत्वों को संरक्षण देने के मामले को संज्ञान में लाते हुए मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक व राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि इस मामले में पुलिस ने घटना के 6 दिन बीतने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया है। रतलाम शहर में इस घटना के अलावा भी अन्य मामलों में कांग्रेस समर्थकों पर हमले किये गये। पुलिस का ये काम सत्ता पक्ष के साथ मिलीभगत का स्पष्ट उदाहरण होकर निंदनीय है।
• वीडियो पेश करने के बावजूद पुलिस ने नहीं की कार्यवाही: पूर्व सीएम
दिग्विजय सिंह ने पत्र के माध्यम से डीजीपी को लिखा कि रतलाम नगर निगम चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के वार्ड 49 के उम्मीदवार और महापौर पद के प्रत्याशी के समर्थकों द्वारा बूथ क्रमांक 270 और 269 पर फर्जी मतदान कराते हुए बूथ पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था। कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी स्नेहलता झालानी और अभिकर्ता सुरेश राठौर ने जब इस धांधली का विरोध किया तो उनके साथ गाली गलौज कर मारपीट की गई। उन्होंने पत्र में यह भी बताया है कि कांग्रेस की महिला प्रत्याशी झालानी ने स्थानीय पुलिस अधिकारी, एस.डी.एम सहित आयोग के चुनाव पर्यवेक्षक को मामले में लिखित सूचना दी थी जिसमें शिकायत में घटना के तथ्यों के साथ वीडियो भी पेश करने के बावजूद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की।
• पुलिस को बताया सत्ताधारी दल का एजेंट
लगातार आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम ने ये लिखा है कि सैकड़ों लोगों और पुलिस बल के बीच घटित इस घटना पर आज दिनांक तक एफ.आई.आर. दर्ज नहीं की गई है। सभी आरोपी सत्ताधारी दल भाजपा के कार्यकर्ता, नेता और असामाजिक तत्व हैं, अगर इसी तरह पुलिस सत्ताधारी दल की एजेंट बनकर काम करने लगेगी तो जनता का पुलिस व्यवस्था पर से विश्वास ही उठ जायेगा। उन्होंने रतलाम शहर में अराजकता की एक और घटना का उल्लेख करते हुए लिखा कि कांग्रेस नेता संदीप पोरवाल के साथ विराज सोनी और राजेश बैरागी ने जानलेवा हमला कर मारपीट की जो कि राजनैतिक रुप से की गई बदले की कार्यवाही है।
इस मामले में फरियादी के शरीर में गंभीर चोट आने पर वह इंदौर के सी.एच.एल. हास्पिटल में भर्ती होकर इलाजरत है फिर भी पुलिस ने इस वारदात में जानलेवा हमले की जगह मामूली धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्र अनुरोध करते हुए डीजीपी को लिखा कि रतलाम में नगर निगम चुनाव के वोटों की गिनती के दौरान ये असामाजिक तत्व उज्जैन की तरह गडबड़ी कर चुनाव प्रभावित कर सकते है अतः पुलिस अपनी साख को बचाये रखने के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर से किसी वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी से मामले की जांच कराकर दोषी अपराधियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस अधीक्षक रतलाम को आवश्यक निर्देश प्रदान करें।