क्या इंदौर में भाजपा के पास मालिनी गौड़ और उषा ठाकुर के अलावा कोई महिला उमीदवार नहीं है ?
Wednesday, Sep 27, 2023-06:12 PM (IST)

इंदौर(सचिन बहरानी): मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव बहुत ही दिलचस्प रूप लेता दिख रहा है। भाजपा जहां 2 बार अपनी लिस्ट जारी करते हुए कांग्रेस से बहुत आगे निकल गई है, वही कांग्रेस में अभी तक प्रत्याशी तय ही हो रहे है। भाजपा ने जहां 78 प्रत्याशी घोषित कर दिए है वही कांग्रेस अभी तक एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। बात करें भाजपा की तो इंदौर राऊ से मधु वर्मा, देपालपुर से मनोज पटेल को टिकट दिया है। वही मध्यप्रदेश के गेम चेंजर कैलाश विजयवर्गीय को एक बार फिर 10 साल बाद विधानसभा 1 से अपना प्रत्याशी बनाया है।
क्या भाजपा के पास देश के स्वच्छ शहर में महिला उम्मीदवार की कमी है?
ऐसे में एक सवाल उठ रहा है कि क्या भाजपा के पास इंदौर शहर से महिला उम्मीदवार की कमी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि 2008 से लेकर अभी तक देखा जाए तो इंदौर शहर की चार नंबर विधानसभा जिसको पूर्व राज्यसभा सांसद ट्वीट करके कथित अयोध्या बता चुके हैं उसमें सिर्फ 3 बार की विधायक और 1 बार की मेयर ही उम्मीदवार बची है। वही इंदौर की एक और महिला उम्मीदवार ऊषा ठाकुर जो वर्तमान में पर्यटन मंत्री हैं और अलग-अलग विधानसभा 1, 3 और महू से चुनाव लड़ चुकी हैं उसके बाद भी वह दोनों महिलाएं इंदौर में टिकट की दौड़ में शामिल है जबकि देखा जाए पार्टी स्तर पर कई पदों पर और संगठन के साथ भाजपा के लिए समर्पित कई महिलाएं सड़क पर रहती हैं और दिन-रात उनके लिए काम करती हैं पर शायद भाजपा और संगठन को इंदौर शहर के लिए इन दोनों महिलाओं के अलावा कोई और चेहरा दिखाई नहीं देता है या यूं कहें कि कोई महिला उनके भरोसे पर खरी नहीं उतरी हैं। इसलिए इस बार भी यह दोनों महिलाएं फिर से जी जान से कोशिश में लगी हुई है कि कैसे भी करके इनको टिकट मिल जाए।
इसके पहले भी सुमित्रा महाजन इंदौर से कई बार सांसद रही केन्द्र में मंत्री रही लोकसभा स्पीकर रही। वही तो 75 साल के क्राइटेरिया में फिट नहीं हुई नहीं तो इस बार भी शंकर लालवानी की जगह वही सांसद होती, अब आने वाले समय में देखना यह होगा कि भाजपा हाई कमान किस तरीके से इंदौर में किसी नई महिला को चेहरा बनाकर आम जनता के बीच में भेजता है या वही दोनों महिलाएं उषा ठाकुर और मालिनी गौड़ टिकट पाकर जनता के बीच में जाती हैं।
आपको बता दें विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 की वर्तमान विधायक मालिनी गौड़ का अपनी विधानसभा में बहुत जबरदस्त विरोध है क्योंकि शहर के उपाध्यक्ष और उनके पुत्र एकलव्य सिंह गौड़ ने क्षेत्र में कई प्रकार के विवाद को जन्म दे दिया है। कई संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ लोदीपुर स्थित ऑफिस में बिठाकर मारपीट की गई है। यहां तक कि महिला मोर्चा कि नेत्री को साथ भी पार्षद के जरिए बहुत परेशान किया था, इसके साथ ही भाजपा के मंडल अध्यक्ष के साथ भी जमकर मारपीट की गई थी उसकी घर की बहू को इंदौर बुलाकर अपने ऑफिस में वीडियो बनवाए थे और उसे वायरल करवाए गए थे और फिर इस मंडल अध्यक्ष और उसके परिवार के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज कर दिए गए। ऐसे कई मामले हैं जो शहर में चर्चा का विषय बने हुए हैं। विधानसभा चार में कपड़ा मार्केट सराफा बाजार, बरतन बाजार के व्यापारी तक भी विधायक मालिनी गौड़ को टिकट मिलने के पक्ष में नहीं है लेकिन दबदबा होने के कारण सामने कोई आना नहीं चाहता है। अब भाजपा हाई कमान को तय करना है कि इंदौर में कौन सी और कैसी महिला को विधानसभा का टिकट देकर उमीदवार बनाना है।

जबरदस्त विरोध होने के बाद मालिनी गौड़ ने संघ और अपने सम्पर्कों से पूरा जोर लगा रखा है, कैसे भी टिकट हासिल हो जाए
यह वही मालिनी गौड़ है जो अपने पुत्र एकलव्य सिंह गौड़ के लिए टिकट चाह रही थी, पर समय बीतता गया और उनका खुद का ही विरोध उनकी विधानसभा में जमकर शुरू हो गया। कई क्षेत्र के कार्यकर्ता संघ संगठन दिल्ली और भोपाल सब जगह अपनी बात रख कर आ चुके हैं और पूरी उनकी हकीकत बयां कर चुके हैं कि किस तरीके से आमजन को प्रताड़ित कर रखा है। यहां तक कि केंद्रीय मंत्री और प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र सिंह यादव को भी इस पूरे मामले की एक-एक जानकारी पहुंच चुकी है। अब देखना होगा कि क्या इंदौर शहर में किसी नई महिला को भाजपा और संगठन मौका देता है या वही दोनों पुराने चेहरे सामने आते हैं।