यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के परिजनों की केंद्र सरकार से गुहार

2/16/2022 8:09:08 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): रूस और यूक्रेन में तनाव लगातार गहराता जा रहा है। इस तनाव के बीच युद्ध की आशंका गहरा रही है। ऐसे में भारत समेत लगभग सभी देशों ने अपने नागरिकों और छात्रों को यूक्रेन से वापस लौटने की एडवाइजरी जारी कर चुके है। बता दें कि वहां करीब 20 हजार भारतीय बच्चे पढ़ रहे हैं। इनमें इंदौर के भी 60 स्टूडेंट्स शामिल हैं। जिनके परिजन भारत सरकार से सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे है।

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यूक्रेन में मौजूद इंदौर के छात्रों के परिजनों का कहना है कि वहां हालात बहुत खराब है। वो फिलहाल सुरक्षित हैं, लेकिन घर वापसी की चिंता सता रही है। दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात बने हुए है। इंदौर के भी कई बच्चे मेडिकल की पढ़ाई के लिए पिछले कुछ सालों से यूक्रेन में हैं। युद्ध की स्थिति निर्मित होने के बाद अब इन छात्रों के परिजन अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। इन छात्रों में से प्रणय राव भी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे है। प्रणय से फोन पर जब हमने बात की तो उन्होंने बताया कि फिलहाल स्थिति ठीक है मैं क्लासेस भी अटेंड कर रहा हु। हम भारतीय  दूतावास के संपर्क में है। इजरायल सरकार ने अपने लोगो को वापस बुलवा लिया है। यहां की स्थिति के अनुसार ही आगे तय करेंगे क्या करना है।

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देवी अहिल्या कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ अखिलेश राव के पुत्र प्रणय राव पिछले चार वर्षों से यूक्रेन की टरनोपिल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे है। युद्ध के हालात निर्मित होने के बाद डॉ अखिलेश और उनकी पत्नी अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। डॉ अखिलेश ने सांसद शंकर लालवानी से संपर्क किया है। उन्होंने सांसद के माध्यम से केंद्र सरकार से बच्चों की सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई है। अखिलेश राव ने कहा देश लौटने के लिए यूक्रेन में मौजूद भारतीय छात्र डरे हुए हैं और देश लौटना चाहते हैं। सरकार की ओर से जानकारी नहीं मिल पा रही है। फ्लाइट का किराया भी तीन गुना से ज्यादा हो गया है। 70 हजार का किराया अचानक से 2 लाख से ज्यादा हो गया है। इस संकट की घड़ी में सरकार हमारी मदद करें।


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meena

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