फिर आत्महत्या के लिए मजबूर हुआ किसान! खेत में काटा गला.. रोते हुए बेटा बोला- 3-4 दिन से परेशान थे

Saturday, Dec 06, 2025-04:22 PM (IST)

महासमुंद : छत्तीसगढ में महासमुंद जिले के ग्राम सेनभाठा (बागबाहरा) के 65 वर्षीय किसान मनबोध गांडा ने धान बेचने हेतु टोकन न मिलने से परेशान होकर अपने ही गले पर ब्लेड से हमला कर आत्महत्या का प्रयास किया। घटना आज सुबह उस समय सामने आई जब किसान घर से गाय चराने निकला था और पास के खेत में जाकर गले पर ब्लेड चला लिया। कुछ ही देर में ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली जिन्होंने परिजनों को सूचना दी। घायल किसान को 112 की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए महासमुंद मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।

डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत नाजुक है और रायपुर रेफर करने की तैयारी की जा रही है।  बताया जा रहा है कि मनबोध पिछले 3 दिनों से चॉइस सेंटर में टोकन कटवाने जा रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। किसान के पास 1 एकड़ 40 डिसमिल कृषि भूमि है।

पीड़ित किसान के बेटे ने रोते हुए बताया कि, ' मेरे पिताजी कल से टोकन कटवाने गए थे लेकिन नहीं कट पाया आज सुबह से वो गाय चराने निकल गए वो 2 से 3 दिनों से परेशान थे पर किसी को बता नहीं पा रहे थे जा उन्होंने घटना की अंजाम दिया अपने हाथ से अपने गले को काट लिया। हमारे घर में 11 सदस्य है और एक एकड़ 10 डिसमिल की कृषि भूमि है, हमारा टोकन अभी तक नहीं कट पाया है'।

वहीं इस घटना पर बागबाहरा एसडीएम नमिता मारकोले ने कहा, 'एक किसान द्वारा टोकन नहीं कटने के चलते आत्महत्या का प्रयास किए जाने की सूचना मिली। जांच में पाया गया कि किसान मनबोध के नाम पर लगभग 1 एकड़ कृषि भूमि का पंजीयन है। समिति से जानकारी मिली है कि वह टोकन कटवाने सोसायटी में नहीं आया था, बल्कि चॉइस सेंटर गया था। किसान ऐप, चॉइस सेंटर या समिति-कहीं भी टोकन कटवा सकता है। इस मामले में प्रशासन की कोई लापरवाही नहीं दिख रही है। संभव है कि मोबाइल ऐप की लिमिट क्रॉस होने से टोकन नहीं कट पाया हो। आज शनिवार होने के कारण भी चॉइस सेंटर में टोकन नहीं कटता है। चॉइस सेंटर संचालक ने बताया कि किसान आज सुबह ही आया था।'


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meena

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