कई सालों से जमीन के लिए किसान का संघर्ष, प्रशासन से लेकर सरकार ने नहीं सुनी फरियाद
1/25/2022 1:04:05 PM
कांकेर (लीलाधर निर्मलकर): छत्तीसगढ़ में किसान और आदिवासियों के हितों का दावा करने वाली भूपेश सरकार को आईना एक मामला दिखा रहा है। दरअसल भानुप्रतापपुर के नगर पंचायत वार्ड 13 में आदिवासी किसान रामसाय गावड़े अपनी 5 एकड़ उपजाऊ जमीन को लेकर चिंतित है। क्योंकि भानुप्रतापपुर नगर की नाली का गंदा पानी, किसान के खेतों में जा रहा है। इसकी वजह से किसान की पांच एकड़ जमीन दलदल बन गई है। किसान अपनी जमीन पर हल नहीं चला पा रहा है।
गंदे नाले के पानी से किसान का खेत दुर्गंध से भर गया है। किसान ने इस समस्या से निजात पाने के लिए नगर राजस्व से लेकर सीएम भूपेश बघेल तक गुहार लगाई, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। गढ़बो नव छत्तीसगढ़ और गंगा जल की कसम की खाकर सत्ता में आई भूपेश सरकार, आज किसानों की ओर देख तक नहीं रही है।
अपनी हक की जमीन को पाने के लिए किसान किसान रामसाय गावड़े, कई सालों से दर-दर ऑफिस भटक रहे हैं। लेकिन अभी तक मामला सामने आने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है और ना ही फसल बर्बादी के मुआवजे के रूप में एक रुपया मिला है। 2019 के नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने इस किसान की समस्या को प्रमुखता से अपनी घोषणा पत्र में दिखाया था। लेकिन चुनाव जीतकर सत्ता में आने के बाद स्थानीय किसान से किए गए वादे को भूल गए। किसान परिवार की आज यह हालत है कि उसके पास कोर्ट में कानूनी लड़ने के लिए भी पैसा नहीं है। असंवेदनशील शासन और प्रशासन की जिम्मेदार अधिकारी किसान के खेत को देखने तो आये और लेकिन आश्वासन से ज्यादा कुछ नहीं दे पाए।