‘भाड़ में गया मानव अधिकार आयोग’ टिप्पणी को लेकर बुरी फंसी मंत्री उषा ठाकुर, आयोग ने मुख्य सचिव से मांगा जवाब

11/18/2022 1:19:54 PM

खंडवा(निशात सिद्दिकी): मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ने शासन की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर के उस बयान को संज्ञान लिया है जिसमें उन्होंने दुष्कर्मियों को बीच चौराहे पर लटकाकर फांसी देने और मानव अधिकार आयोग के बारे में अनुचित टिप्पणी की है। आयोग ने मीडिया में आई खबरों पर संज्ञान के बाद मुख्य सचिव से जवाब मांगा है। बता दें कि मंत्री उषा ठाकुर ने खंडवा में नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म के मामले के बाद इस तरह का बयान दिया था।

शिवराज की मंत्री बोली- बलात्कारियों को बीच चौराहे पर फांसी दो, भाड़ में गया मानव अधिकार आयोग

मंत्री उषा ठाकुर ने पिछले दिनों खंडवा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में रेप के आरोपियों को बीच चौराहे पर लटकाकर फांसी दिए जाने की बात कही थी। मंत्री ने दुष्कर्मियों को चौराहे पर ऐसे लटकते हुए छोड़कर उनका अंतिम संस्कार भी न किए जाने और उनके शव को चील कौए नोंचकर खाएं जैसी टिप्पणी की थी। साथ ही यह भी कहा गया कि ऐसे दुष्कर्मियों के लिए कोई मानव अधिकार नहीं होते हैं और यदि मानव अधिकार आयोग हस्तक्षेप करे तो उसकी कोई चिंता न करें, भाड़ में जाए मानवअधिकार आयोग।

आयोग के सदस्य मनोहर ममतानी ने मंत्री के इस बयान पर मुख्य सचिव मप्र शासन से 15 दिन में जवाब मांगा है। आयोग सदस्य ने यह भी कहा है कि प्रतिवेदन राज्य शासन के किसी जिम्मेदार अधिकारी के जरिये ही दें।  जिससे शासन की गंभीरता पर भी विचार किया जा सके। मप्र मानव अधिकार आयोग ने पांच मामलों में संज्ञान लिया है। आयोग के सदस्य मनोहर ममतानी ने यह संज्ञान लेकर संबंधित विभागाधिकारियों से समय-सीमा में जवाब मांगा है। इसमें गत रविवार (13 नवम्बर) को इंदौर जिले के डॉ. आंबेडकर नगर (महू) में एक सार्वजनिक कार्यक्रम का भी मामला शामिल है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

meena

Recommended News

Related News