MP में मासूम को भूख ने किया कीटनाशक पीने को मजबूर, NCPCR करेगा जांच
1/7/2019 6:05:04 PM
रतलाम: जिले में एक चौकानें वाला मामला सामने आया जहां भूख से लाचार बच्चे ने कीटनाशक पीकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने की कोशिश की है। हालांकि बच्चे का इलाज अस्पताल में चल रहा है। लेकिन अब यह मामला तूल पकडता जा रहा है। उक्त मामलें में राष्ट्रीय बाल आयोग तथा राज्य बाल आयोग की टीम शनिवार दोपहर बाजना के पोंनबट्टा गांव पहुंची। जहां उन्होंने बालक सुनील तथा उसके परिवारजनों से बात कर उनके बयान लिए। टीम के सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रिपोर्ट बना ली है।
जानकारी के अनुसार,जिले के बाजना तहसील के ग्राम पोंनबट्टा निवासी 12 वर्षिय सुनिल पिता नानूराम ने दिसंबर माह की 29 तारीख को कीटनाशक का सेवन कर लिया था। जिसके बाद परिजन उसे लेकर बाजना अस्पताल पहुंचे। जंहां एक रात इलाज करने के बाद हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। उक्त मामलें में बालक सुनील के द्वारा बताया गया कि वो पिछले 15 दिनों से गांव की शासकीय राशन की दुकान के चक्कर लगा रहा था। लेकिन उसे राशन नही मिला तथा भूख के कारण उसने यह कदम उठाया। जिसके बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया तथा तत्काल उन्होंने मामले की जांच शुरू की। जिसमे पाया गया कि उक्त मामला झूठ दिखता नजर आया।
जब इस मामले की भनक राष्ट्रीय बाल आयोग को लगी इसके बाद राष्ट्रीय आयोग के सदस्य संदीप राठी तथा राज्य बाल आयोग के सदस्य आशीष कपूर बालक के घर ग्राम पोंनबट्टा पहुंचे। जंहा उन्होंने बालक सुनील तथा उसके परिजनों व पड़ोसियों से भी बात कर बयान लिए। जिसके बाद दल आम्बापाडा स्थित राशन की दुकान पर पहुंचा। जंहां उन्होंने दुकान का स्टॉक तथा घटना से संबंधित जानकारी एकत्रित की।
आयोग दल के साथ सैलाना एसडीएम रंजीत कुमार, रतलाम एसडीएम लक्ष्मी गामड, तहसीलदार रमेश मसारे, टीआई आनन्द भाभोर, खाद्य अधिकारी कादम्बिनी धकाते, महिला बाल विकास से एसएन जोशी, आरआई जितेंद्र राजावत जे साथ अन्य सभी अधिकारी मौजूद थे। उनका कहना है कि मामले की जांच के बाद ही किसी नतीजे का खुलासा होगा।