kamalnath की कांग्रेसियों से दो टूक-, जमीन से जुड़कर संगठन को करें मजबूत, इन मुद्दों पर शिवराज सरकार पर छोड़े आरोपों के तीर

4/23/2022 4:14:16 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamanath) शुक्रवार एक दिवसीय दौरे पर इंदौर पहुंचे थे। यहां मीडिया से चर्चा करते हुए कमलनाथ ने बीजेपी (bjp) पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ (kamalnath) ने कहा कि राजनीति में बहुत परिवर्तन हुए हैं। 5 वर्ष पहले 25 प्रतिशत युवा सोशल मीडिया (social media) पर जुड़े थे। लेकिन वर्तमान में आज 80 प्रतिशत युवा सोशल मीडिया (social media) से जुड़ चुके हैं। आज प्रदेश की तस्वीर सभी के सामने हैं। हर रोज सिर्फ नई घोषणा होती है। महंगाई, बेरोजगारी (inflation) लगातार बढ़ रही है। राशन में महंगाई 50 प्रतिशत बढ़ी है। पेट्रोल, डीजल, सिलेंडर यूपीए की सरकार में 400 था लेकिन आज एक हजार रुपये हो गया है। पेट्रोल 50 से 54 रुपये थ। आज समान छू रहा है। यूपीए की सरकार में शिवराज सिंह, (shivraj singh chouhan) पेट्रोल डीजल को महंगा बताकर साइकिल पर निकलते थे लेकिन अब उनकी साइकिल पंचर हो चुकी है। 

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रोजगार के लिए तड़प रहा है युवा 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में सबसे बड़ी चुनोती बेरोजगारी है। आज के नौजवान में रोजगार को लेकर तड़प है। कैसे युवाओं को व्यवसाय से मिले, रोजगार मिले नौजवान प्रदेश का भविष्य निर्माण करेंगे। बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देंगे, यह घोषणा करने से प्रदेश में बेरोजगारी दूर नहीं होगी। आर्थिक गतिविधि का सबसे बड़ा केंद्र मध्यपदेश का इंदौर है। जबकि मध्यप्रदेश पांच प्रदेश से चारों ओर से घिरा है। मध्यप्रदेश की पहचान में विश्वास लाना पड़ेगा। 

मध्य प्रदेश को इन्वेस्ट मीट की जरूरत नहीं इन्वेस्ट की है असली जरूरत

कमलनाथ ने बताया कि मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए कोई इन्वेस्टर समिट (investor meet) नहीं सिर्फ प्रदेश में इंवेस्टर को लाने के लिए पहचान बनाई थी। उन्हें विश्वास दिलाया था प्रदेश की बीजेपी सरकार, सस्ती शराब कर रही है जबकि लोंगो को सस्ता पेट्रोल-डीजल की जरूरत है। प्रदेश की बीजेपी सरकार के लिए साधारण ओर सरल प्रश्न है। प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है। मध्य प्रदेश भष्टाचार का इंस्टीयूट बन गया है। मध्यप्रदेश पर कितना कर्जा है। प्रदेश में कंट्रक्शन करने वालों से पूछो कि वो कितने परेशान हैं। व्यवस्था जो बनी है इंस्टीट्यूनल भ्र्ष्टाचार हो रहा है। कुपोषण, किसान सभी दुखी है। कमलनाथ (kamanath) ने बताया कि लहसन का भाव क्या है? खाद का भाव क्या है? हर वर्ग आज परेशान है। व्यापारी, किसान और नौजवान सभी एक जैसी समस्या से परेशान है। पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ 17 महीने ही बचे हैं। प्रदेश की जनता समझदार है, यूथ समझदार है सरकार वह ही बनाएंगे। 

एक साथ है सारे कांग्रेसी 

कांग्रेस में स्थानीय नेताओं के विवाद पर कमलनाथ ने चुप्पी तोड़ने हुए कहा कि जो नजर आता है वह स्वाभाविक है। कोई किसी से ज्यादा नजदीक है। लेकिन मुझे विश्वास है कि सभी साथ है। इंदौर में स्मार्ट सिर्टी प्रोजेक्ट में बिना मुआवजा पर तोड़े गए मकानों को लेकर कमलनाथ ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मुआवजा देंगे अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो सबको अपना हक मिलेगा। भीम राव आंबेडकर ने सविधान बनाया है हमारा देश ही है जिसमे कई जातिस धर्म के लोग एक झंडे के नीचे खड़े हैं। वहीं हार्दिक पटेल (hardhik patel) की बीजेपी के तारीफ पर कमलनाथ ने कहा कि यह मामला अंदरूनी गुजरात (gujrat) का है। हमारे यहां से भी कई नेता छोड़ कर गए हैं। गुजरात में राजनीतिक जागरूकता है। हार्दिक पटेल जन्म से कांग्रेस में नहीं थे, हमें प्रयास करना चाहिए कि हार्दिक पटेल को समझाओ। 

कांग्रेस नहीं करती धर्मा और जाति की राजनीति

पूर्व मुख्यमंत्री ने जाति, धर्म के वोट बैंक के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जाति या धर्म के आधार पर कोई वोट बैंक नहीं है। मध्यप्रदेश में कई विभिनता है। कोई समाज कहीं हमें वोट देता है। लेकिन 100 किलोमीटर बाद वह समाज हमें वोट नहीं देता है। जाति और धर्म के वोट बैंक की राजनीति नहीं होना चाहिए। कांग्रेस ही देश का भविष्य है। कांग्रेस से युवा जुड़ना चाहते हैं तो इसमें क्या दिक्कत है? 

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सौदेबाजी करके गिराई गई थी कांग्रेस सरकार 

प्रशांत किशोर (prashant kishor) के बयान पर उन्होंने कहा कि वह उनकी राय है। उन्होंने यह नहीं कहा कि कांग्रेस से गांधी परिवार बाहर होगी। प्रदेश की कांग्रेस सरकार में मंत्रियों और विधायको के कांग्रेस छोड़ने पर कहा कि सीधी से बात है, पूरी सौदेबाजी थी। बेंगलोर में रहते हुए कई मंत्रियों विधायकों ने मुझसे बात करते थे कि इतना पैसा हमें मिल रहा है हम तीन साल विधायक भी नहीं रहेंगे तो कोई बात नहीं। हमारी सरकार में मंत्रियों के लिए कोई बात नहीं थी। लेकिन सौदेबाजी हुई थी।

कांग्रेस का मुकाबला बीजेपी से नहीं बल्कि संगठन से है 

कमलनाथ ने कहा कि 15 महीनों में मैंने प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम किया था। विधानसभा में कंग्रेस विधायकों के सर्वे को लेकर कहा कि कोई भी सर्वे एक इशारा होता है। मैने सर्वे में देखा है कि कौन विधायक जीत रहा है और कौन हार रहा है। 42 साल से चुनाव लड़ रहा हूं चुनाव जीतना बहुत कठिन है। लोगों को भी थकावट हो जाती है। राजनीति अब स्थानीय हो गई है। जनता के सुख दुख में साथ अगर जनप्रतिनिधि न आए तो भी जनता नाराज हो जाती है। हमारा मुकाबला बीजेपी से नहीं हैं। उनके संगठन से है। इसलिए में पिछले सात महीने से संगठन को मजबूत करने में लगा हुआ हूं।

सगंठन मजबूती पर जोर

मैंने अपने विधायको से कहा है कि 16-17 महीने ही बचे हैं। आप हार रहे हो या जीत रहे हो। अपने संगठन को मजबूत बनाना हैं। मैं खुद भी व्यक्तिगत 100 लोगों से रोज मिलता हूं। कुछ दिन पहले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री से मैंने मुलाकात की और आगे भी करने वाला हूं। जब तक लोकल लेवल पर संगठन नहीं बनेगा। अब स्थानीय स्तर पर भी ब्लॉक, मंडल, सेक्टर बन रहे हैं। छिंदवाड़ा एक जिला है जहां सभी विधायक कांग्रेस के है। वह इसलिए की हमने संगठन मजबूत बनाया है। अब संगठन पर काम करने की जरूरत है। हम कई उप चुनाव भी जीते, लेकिन वह क्यों जीते। उसको लेकर सर्वे करवाया था। उसमें पता चला कि वह स्थानीय संगठन के कारण जीते कोई भोपाल के संगठन से चुनाव नहीं जीत जकता। लोकल संगठन की मजबूती से ही चुनाव जीत सकते हैं। 

मैंने गलत जगह नहीं चलाया बुलडोजर 

उत्तर प्रदेश के बाबा के बुलडोजर मध्य प्रदेश में मामा का बुलडोजर पर कमलनाथ ने कहा था कि मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए माफियाओं पर बुलडोजर चलाया था।  मिलावटखोरों पर भी बुलडोजर चलाया था। लेकिन मैंने कहीं भी गलत बुलडोजर चलाया हो तो यह बताएं। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और अपने रिश्तों पर उन्होंने कहा कि सब की आवश्यकता है। सबका अपना उपयोग है। आप अपने कुक को ड्राइवर नही बना सकते। अपनी टीम में बहुत से लोग होते हैं। उसका उपयोग करे बाकी जिस काम में लायक है। उसे वह काम करवाएं।

EVM पर क्या बोले कमलनाथ

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार की जमानत जब्त के सवाल पर कमलनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में हमारा संगठन कमजोर था। मैंने बहुत पहले ही कहा था कि यहां संगठन नहीं है। इंदौर में अगली बार कुछ और बात बताएंगे। EVM पर हम विचार कर रहे हैं। जब तक इसका खुलासा न हो जब तक मौन हूं। कमलनाथ ने कहा कि यूनाइटेड स्टेट्स, यूरोप और जापान में क्या ईवीएम का उपयोग किया जा रहा है? बीजेपी कहती है कि ईवीएम कांग्रेस लाई थी। लेकिन वह तकनीकी अलग थी। आज फ्रांस में इलेक्शन हैं, ईवीएम की चिप बनाने वाले देश कानून पास करते हैं ओर ईवीएम से चुनाव नहीं कराते हैं। लेकिन हमारे देश में ईवीएम से ही चुनाव कराए जा रहे हैं।वहीं कमलनाथ ने कांग्रेस से नाराज लोगों को लेकर कहा कि हम सबको मनाने का प्रयास करेंगे। 2023 में सिंधिया के चैलेंज पर कमलनाथ ने कहा कि हमारे लिए हर बीजेपी का नेता एक चुनौती है।


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News Editor

Devendra Singh

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