MP में लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई: तीन बीएलओ पर गिरी गाज़, पाँच की सैलरी रोकने के आदेश!
Wednesday, Nov 26, 2025-10:19 PM (IST)
जबलपुर। मध्यप्रदेश में जारी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) ने जहाँ प्रशासनिक सख़्ती बढ़ाई है, वहीं बीएलओ कर्मचारियों पर काम का बढ़ता दबाव अब चिंता का विषय बन गया है। जबलपुर कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन बीएलओ को निलंबित करने और पाँच की सैलरी रोकने के आदेश दिए हैं। उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया गया, जिससे स्पष्ट है कि सरकार ‘कठोरता और प्रोत्साहन’ दोनों मोर्चों पर सक्रिय है।
लेकिन इसी बीच राज्यभर से बीएलओ की मौतों की खबरों ने सिस्टम की वास्तविक तस्वीर सामने ला दी है। अब तक छह बीएलओ ड्यूटी के दौरान जान गंवा चुके हैं—शहडोल के मनीराम नापित, पिपरिया के सुजान सिंह रघुवंशी, मंडीदीप के रमाकांत पांडे, झाबुआ के भुवन सिंह और दमोह- बालाघाट के दो कर्मचारी काम के लगातार दबाव में थकान व बीमारी से मौत के शिकार हुए।
भोपाल में भी दो बीएलओ—कीर्ति कौशल और मोहम्मद लईक—ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक से अस्पताल में भर्ती हैं। रीवा, भिंड सहित अन्य जिलों से हार्ट अटैक व ब्रेन हेमरेज के केस तेजी से सामने आ रहे हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि बीमारी और थकान के बावजूद उनसे लक्ष्य पूरा करने का दबाव बनाया जा रहा है।
उधर, जबलपुर की बरगी विधानसभा में बूथ 249 से 260 तक प्रगति धीमी मिलने पर सुपरवाइजर अनिल झारिया का दो दिन का वेतन काटकर शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है। जवाब न देने पर सिविल सेवा नियमों के तहत कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि 21 नवंबर को स्थानीय निकायों की प्रकाशित सूची से भ्रमित न हों क्योंकि SIR अभी जारी है। 4 दिसंबर तक गणना पत्र जमा होंगे और 9 दिसंबर को प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। लगभग 65% EF पूरा हो चुका है और शेष कार्य के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारी बीएलओ की सहायता में लगाए गए हैं।

