आफत का LIC तिराहा! बार बार प्रयोग लेकिन समाधान अब तक नहीं
Sunday, Jun 05, 2022-06:44 PM (IST)

ग्वालियर (अंकुर जैन): शहर का यातायात प्रबंधन (traffic management) अफसरों के लिए दिन प्रतिदिन चुनौती बनता जा रहा है। LIC तिराहा के लिए जिला प्रशासन और पुलिस अफसर निर्णय ही नहीं ले पा रहे हैं। हकीकत में यह कमजोर इच्छाशक्ति का नतीजा ही है। LIC तिराहा पर प्रयोगों की झड़ी और बार-बार निरीक्षण, लेकिन हल क्या होगा, अभी तक तय नहीं। दरअसल LIC तिराहे को जाम से मुक्त कराने के लिए डेढ़ महीन से यातायात पुलिस प्रयोग कर रही है।
आये दिन रहती है जाम की स्थिति
सिंधिया कन्या विद्यालय (scindia girls school) के पास स्थित मुरार गेट की पहली मंजिल पर खड़े होकर देखने पर यह मार्ग बोतल नैक जैसा नजर आता है। दोनों तरफ से चौड़ा और मध्य में संकरा हो गया है। नए रेलवे ओवर ब्रिज के चालू होने के बाद इस मार्ग पर यातायात दबाव बढ़ गया है। जिससे एलआइसी तिराहे पर आए दिन जाम लग जाता है। जाम ने निजात पाने के लिए यातायात पुलिस (traffic police) ने सर्वे व निरीक्षण कर बसंत विहार गृह निर्माण समिति के 25 फीट मार्ग को चिह्नित किया था। 148 साल पुराने मुरार गेट से जुड़ी खाली भूमि व बसंत विहार राइट साइड की भूमि यानि की तिकोनिया का कुछ भाग लेने पर काफी हद तक जाम का समाधान हो सकता है। यह दोनों ही भूमि निजी बताई जा रही हैं। लेकिन उस भूमि को ट्रस्ट के लोगों ने किराये पर दे दिया है। जिस पर भूमि की बाउंड्रीवाल के अंदर फूड प्लाजा का निर्माण शुरू हो गया है। इसमें अधिकांश दुकानें भी बुक भी हो गई हैं।
यातायात दबाव कम करने के लिए ये किए जा रहे हैं प्रयास
इस साइट पर मौजूद अशोक जैन ने इस जमीन को मुरार के पवैया परिवार ने लीज पर लिया है और अधिकांश दुकानें बुक हो चुकी हैं। इसके शुरू होने पर यहां वाहन खड़े होंगे और यातायात दबाव भी बढ़ेगा। इस कारण LIC तिराहे पर समस्या और बढ़ सकती है। वैसे ये हाल तब है, जब उस कंस्ट्रक्शन को रोकने के निर्देश ग्वालियर से बीजेपी सांसद विवेक शेजवलकर (vivek shejwalkar) ने दिए हैं। बीजेपी सांसद ने प्रशासनिक और पुलिस के अफसरों को प्लान दिया है। जो जमीन है, उसका आधिग्रहण किया जाएं, इसके साथ ही नगर निगम की जमुना पार्क से रास्ता निकाल जाएं।