छिंदवाड़ा में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म व हत्या, परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
2/2/2020 12:52:21 PM
छिंदवाड़ा: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक नाबालिग का अपहरण करने के बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया फिर उसकी हत्या कर दी गई। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को निर्भयाकांड से ज्यादा बड़ी घटना बताया है। वहीं पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
नरपिशाचों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के क्षेत्र पांढुर्णा के पाटई गांव से 17 साल की बेटी को उठा ले गए। बलात्कार के बाद नृशंस हत्याकर जंगल में फेंक दिया। बेटी की आत्मा को तब तक शांति नहीं मिलेगी, जब तक अपराधियों को फांसी के फंदे पर नहीं लटका दिया जाता है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 1, 2020
वहीं इस घटना में पुलिस ने वर्दी को दागदार करते हुए सारी मानवता की हदें पार कर दी। पोस्टमाॅर्टम के लिए शव को पांढुर्ना अस्पताल लेकर जाने के लिए पुलिस ने परिजनों से तीन हजार रुपए मांगे। मृतक की मां ने बताया कि उनसे गांव के एक व्यक्ति से एक हजार रुपये उधार लेकर थाने में दिए और दो हजार रुपए बाद में देने की बात कही। उसके बाद पुलिस शव को लेकर पोस्टमाॅर्टम करवाने पहुंची। मृतिका की मां ने आरोप लगाया कि शव ले जाने के लिए पुलिस ने एक निजी वाहन किया जिसका किराया परिजनों से वसूला।
पांढुर्णा के पाटई गांव की बेटी की आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन पीड़ा सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। बेटी के सम्मान और जीवन से खेलने वाले नराधामों को उनके किये की सज़ा दिलाये बिना चैन से नहीं बैठूंगा। #mp_मांगे_जवाब
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 1, 2020
मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि नरपिशाचों के हौसले इतने बुलंद हैं कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के क्षेत्र पांढुर्णा के पाटई गांव से 17 साल की बेटी को उठा ले गए। बलात्कार के बाद नृशंस हत्याकर जंगल में फेंक दिया। बेटी की आत्मा को तब तक शांति नहीं मिलेगी, जब तक अपराधियों को फांसी के फंदे पर नहीं लटका दिया जाता है। पांढुर्णा के पाटई गांव की बेटी की आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन पीड़ा सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। बेटी के सम्मान और जीवन से खेलने वाले नराधामों को उनके किये की सज़ा दिलाये बिना चैन से नहीं बैठूंगा। यह निर्भयाकांड से ज़्यादा बड़ी घटना है। यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा है। अभी भोपाल के मनुआभान टेकरी की दिवंगत पीड़िता को न्याय नहीं मिला, एक के बाद एक प्रदेश में ऐसी घटनाएँ हो रही हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है। सरकार कब तक अपनी अकर्मण्यता का परिचय देगी?
यह निर्भयाकांड से ज़्यादा बड़ी घटना है। यह निकृष्टता की पराकाष्ठा है, क्रूरता की परिसीमा है। अभी भोपाल के मनुआभान टेकरी की दिवंगत पीड़िता को न्याय नहीं मिला, एक के बाद एक प्रदेश में ऐसी घटनाएँ हो रही हैं और सरकार चैन की नींद सो रही है। सरकार कब तक अपनी अकर्मण्यता का परिचय देगी?
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 1, 2020
पांढुर्णा के पाटई गांव से 17 साल की बेटी का 18 जनवरी को अपहरण कर लिया गया। उसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया गया। 26 जनवरी को जंगल में लड़की का शव मिला। इस मामले में पुलिस ने रेप की घटना से इंकार किया है। इसके साथ ही पोस्टमाॅर्टम की रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। क्योंकि पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह का खुलासा नहीं किया गया है। पोस्टमार्ट रिपोर्ट में ये नहीं लिखा है कि मौत किस कारण से हुई है।
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