VIDEO: सतना की घटना से दुख में MP: कमलनाथ सरकार निशाने पर, विपक्ष हुआ हमलावर
2/24/2019 2:00:15 PM
चित्रकूट: मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्कूल बस से अगवा किए गए जुड़वां बच्चों का शव मिलने के बाद जहां लोगों का सातवें आसमान पर है, वहीं विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मृतक बच्चों के परिजनों को भरोसा दिलाया है कि सरकार उनके साथ खड़ी है। साथ ही सीएम ने घटना के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त करते हिए ट्वीट भी जारी किया है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने चित्रकूट से अपहृत दो मासूम देवांश और प्रियांश के शव मिलने पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बच्चों के पिता श्री ब्रजेश रावत से फोन पर बात कर सांत्वना दी। साथ ही भरोसा दिलाया कि मासूमों की हत्या करने वाले अपराधियों को हर हाल में कड़ी सजा मिलेगी।
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) February 24, 2019
विपक्ष हुआ हमलावर
वहीं इस दर्दनाक घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि अब प्रदेश में दो ही उद्योग चलेंगे एक अपहरण का दूसरा ट्रांसफरों का। कमलनाथ चाहें तो इन दोनों उद्द्योगों की इंवेस्टर्स समिट भी बुला सकते हैं। प्रदेश सरकार और प्रशासन अपहृत जुड़वा बच्चों को अपहरकर्ताओं से मुक्त कराने में 12 दिन बाद भी असफल रहे और मासूमों की हत्या कर दी गई। प्रदेश सरकार ट्रांसफरों में मस्त है। गोपाल भार्गव ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि भगवान मृत बच्चों की आत्मा को शान्ति दें और उनके माता-पिता व परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
एमपी बन गया अपराध का महाद्वीप
एमपी के पूर्व सीएम शिवराज ने भी इस घटना के बाद प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। शिवराज ने कहा कि 'मध्यप्रदेश शांति का टापू था,आज अपराध का महाद्वीप बन गया है। आज मन में ऐसी पीड़ा है कि शब्दों में बयान नहीं कर सकता। चित्रकूट में पिछले दिनों दो मासूम बेटे श्रेयांश और प्रियांश का दिन-दहाड़े अपहरण हुआ।उनके सुरक्षित वापस लौट आने की अपेक्षा थी लेकिन खबर ऐसी मिली कि मन वेदना से भर गया। उम्मीद की जा रही थी सरकार और प्रशासन बच्चों को वापस ले आएगा, लेकिन सरकार असफल रही। '
देश की कानून व्यवस्था अब इससे ज़्यादा क्या बिगड़ेगी- अखिलेश
वहीं यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी एमपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट जारी कर कहा, सरकारों की जिम्मेदारी है कि हर नागरिक को सुरक्षित रखे। दुःख है कि हाल यह है कि माँ बाप बच्चों को स्कूल भेजने से भी डरेंगे। देश की कानून व्यवस्था अब इससे ज़्यादा क्या बिगड़ेगी?
बता दें, 12 फरवरी को सतना में एक स्कूल बस से इन दो बच्चों का अपहरण किया गया था। जानकारी के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने पहचान उजागर होने की आशंका में बच्चों को के हाथ-पैर बांध कर यमुना में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों बच्चों की मौत की पुष्टि कर दी है। अपहरण के 12 दिन बीच जाने के बाद भी बच्चों का पता लगाने मे नाकाम रही मध्य प्रदेश पुलिस की बड़ी नाकामी सामने आई है।