जब अपनों ने छोड़ा साथ: BJP के नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव, भाजपा पार्षदों ने खोला मोर्चा
Wednesday, Dec 17, 2025-06:45 PM (IST)
मुरैना। (रोहित शर्मा): जिले के सबलगढ़ नगर पालिका में बुधवार को बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया, जब नगर पालिका अध्यक्ष सोनेराम धाकड़ के खिलाफ सर्वदलीय 17 पार्षदों ने सामूहिक रूप से कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा। पार्षदों ने अध्यक्ष पर नगर पालिका में भ्रष्टाचार, विकास कार्यों में अनियमितता और जनता की अनदेखी जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
दरअसल, लंबे समय से नगर पालिका अध्यक्ष को लेकर पार्षदों में नाराजगी बनी हुई थी। आरोप है कि अधिकांश वार्डों में विकास के नाम पर कोई ठोस काम नहीं किया गया, जिससे पार्षदों को अपने ही वार्ड की जनता के बीच जाने में कठिनाई हो रही थी। पार्षदों का कहना है कि जनता उन्हें खरी-खोटी सुना रही थी और विकास न होने का ठीकरा पार्षदों के सिर फोड़ रही थी।
इसी नाराजगी के चलते बुधवार को नगर पालिका के 18 में से 17 वार्डों के पार्षद एकजुट हुए और अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इनमें 5 पार्षद भाजपा से, 7 कांग्रेस से और 5 निर्दलीय पार्षद शामिल बताए जा रहे हैं। यह आंकड़ा साफ तौर पर दर्शाता है कि नगर पालिका अध्यक्ष के समर्थन में एक भी पार्षद नहीं बचा है।
पार्षदों का आरोप है कि अध्यक्ष सोनेराम धाकड़ ने नगर के विकास के बजाय केवल अपना निजी हित साधा। विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपये अपने रिश्तेदारों के नाम से बनाई गई फर्मों को दिए गए और बाद में उन पैसों की निकासी कर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया। पार्षदों ने मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई हो।
अब सवाल यह है कि जिला प्रशासन इस अविश्वास प्रस्ताव और लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर क्या कदम उठाता है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो सबलगढ़ नगर पालिका में बड़ा प्रशासनिक और राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकता है।

