छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू, CM साय बोले- किसानों की मेहनत का सम्मान हमारी ताकत
Saturday, Nov 15, 2025-01:56 PM (IST)
रायपुर (पुष्पेंद्र सिंह) : भोर की पहली सुनहरी किरणों के साथ आज छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इसे किसानों की मेहनत और सरकार पर उनके विश्वास का उत्सव बताते हुए कहा कि राज्य सरकार धान खरीदी को पूरी तरह व्यवस्थित, पारदर्शी और समयबद्ध रूप में संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि धान खरीदी की सभी तैयारियाँ समय पर पूर्ण कर ली गई हैं और प्रदेश के सभी उपार्जन केंद्रों में आवश्यक आधारभूत सुविधाएँ पूरी तरह सुनिश्चित की गई हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। धान खरीदी व्यवस्था को तकनीक-सक्षम बनाते हुए सरकार ने इस वर्ष तुँहर टोकन एप, जीपीएस आधारित परिवहन, सतर्क एप, और कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर जैसे आधुनिक सिस्टम लागू किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कदम पर हमारी प्राथमिकता किसानों को सुविधा, सम्मानजनक खरीदी और समय पर भुगतान सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का अटूट विश्वास ही छत्तीसगढ़ की प्रगति की असली ताकत है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की आत्मा हमारे किसान हैं। आज शुरू हो रही धान खरीदी उनके परिश्रम को सम्मान देने का अवसर है। धान खरीदी की शुरुआत के साथ ही प्रदेशभर में किसानों में उत्साह का माहौल है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पारदर्शी प्रक्रिया और मजबूत तकनीकी व्यवस्था से इस बार की खरीदी और अधिक सहज और व्यवस्थित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की समृद्धि का यह सफर आज फिर एक नई उम्मीद और किसानों के अटूट विश्वास की रोशनी के साथ आगे बढ़ रहा है।
दुर्ग में आज से धान खरीदी शुरू, प्रशासन ने किये वैकल्पिक इंतज़ाम
दुर्ग जिले में धान खरीदी का नया सीज़न शनिवार से आधिकारिक रूप से शुरू हो रहा है लेकिन खरीदी केंद्रों की अधूरी तैयारियों और कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर प्रशासन की चुनौतियां बढ़ गयी हैं और इसके लिए वैकल्पिक इंतजाम किये गये हैं। जिले के 118 धान खरीदी केंद्रों में इस वर्ष 1,08,727 पंजीकृत किसान अपना धान बेचेंगे। खरीदी के पहले दिन 116 किसान कुल 6,678 क्विंटल धान की बिक्री करेंगे। इधर, धान खरीदी केंद्रों के कर्मचारियों की हड़ताल अभी भी जारी है, जिससे खरीदी प्रक्रिया प्रभावित होने की आशंका बनी हुई है। हालांकि जिला प्रशासन ने खरीदी को सुचारू रखने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था तैयार की है और अधिकारियों को मैदान में उतारा गया है ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। प्रशासन का कहना है कि सभी केंद्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है और किसानों को समय पर टोकन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। धान खरीदी शुरू होने के साथ किसानों की निगाहें अब केंद्रों की व्यवस्थाओं और खरीदी प्रक्रिया की रफ्तार पर टिकी हैं।

