नाम महाराणा प्रताप चौक, मूर्ति बिसाहूदास मंहत की... मनेंद्रगढ़ नगर पालिका का अनोखे निर्णय से भड़की जनता
Monday, Dec 05, 2022-07:20 PM (IST)

मनेंद्रगढ़ (सुरजीत सिंह रैना): नवीन जिले एमसीबी के मनेंद्रगढ़ नगरपालिका अंतर्गत आने वाले महाराणा प्रताप चौक का नाम बिसाहूदास महंत किये जाने को लेकर नगरपालिका में प्रस्ताव पारित हुआ है। इसे लेकर अब विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं। बताया जा रहा है कि जिस चौक को लोग वर्षों से महाराणा प्रताप चौक के नाम से जाना करते थे उसे बिसाहूदास महंत चौक नया नामकरण किया जा सकता है और अब इसकी सूचना मिलते ही विरोध भी दर्ज होने लगा है।
महाराणा प्रताप चौक का नाम किन वजहों से बदला जा रहा है उनमें से जो मुख्य वजह सामने आ रही है वह यह कि स्व बिसाहूदास महंत विधानसभा अध्यक्ष के पिता हैं और क्षेत्रीय सांसद के ससुर और केवल उन्ही को खुश करने की कवायद में चौक का नाम परिवर्तित किया जा रहा है। ऐसा करके उनके सबसे खास समर्थंकों में अपना नाम जोड़ने की यह कवायद भी मानी जा रही है। यह कैसे सही कहा जा सकता है कि चौक का नाम कुछ और होगा और वहां मूर्ति किसी और की होगी। अभी तक हमने जो भी देखा है कि जिसके नाम की चौक है। उसी के नाम की मूर्ति होती है इस बार एक अलग ही मामला सामने आ रहा है, जिसमें चौक तो रहेगा महाराणा प्रताप के नाम पर मूर्ति होगी बिसाहू दास मंहत की।
नगरपालिका अध्यक्ष ने अपने बयान में बताया है कि विधायक मनेंद्रगढ़ का प्रस्ताव था और उन्होंने ही अपनी निधि से 5 लाख देने की घोषणा की है और उसी का परिपालन किया जा रहा है जिसमें चौक का नाम वही होगा जो है लेकिन मूर्ति अलग स्थापित होगी। यह प्रस्ताव लाया गया है। वैसे मामले में लोग इसका विरोध कर रहें हैं। उनका कहना है कि चौक में महाराणा प्रताप की मूर्ति नहीं है केवल चौक का नाम महाराणा प्रताप चौक है और नगरपालिका इसी प्रयास में है कि मूर्ति स्थापित कर नाम भी परिवर्तित कर दिया जाएगा और ऐसे में विरोध भी दर्ज नहीं हो सकेगा।
अब हकीकत जो हो मामले में अपने बड़े नेता को खुश करने पूरा प्रयास जारी है और देखना है कि राष्ट्रीय स्तर पर मान्य महापुरुष महाराणा प्रताप नगरपालिका के लिए महापुरुष हैं या उनके ही नेता के पिता। भा ज पा जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष व क्षत्रीय समाज के लोगों ने महाराणा प्रताप चौक पहुंच कर महाराणा प्रताप की फोटो लगा शीघ्र ही मूर्ति नहीं लगाने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी।