energy minister ने दी शहीद हुए पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि, बोले-अपराधियों को नहीं जाएगा बख्शा
Saturday, May 14, 2022-12:46 PM (IST)

ग्वालियर (अंकुर जैन): आरोन (aron) में शिकारियों से पुलिस (police) की देर रात हुई मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (pradhuman singh tomar) ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। ऊर्जा मंत्री (energy minister) ने बलिदान देने वाले जवानों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए बताया कि भविष्य में इस तरह के अपराधों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जानकारी देते हुए कहा कि शहीद के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा (1 crore compensation) दिया जाएगा। साथ उन्हें शहीद का दर्जा भी दिया जाएगा।
तीनों पुलिस कर्मी परिवारों को मेरी संवेदनाएँ। इन तीनों पुलिस कर्मी परिवारों को
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 14, 2022
पर्याप्त मुआवज़ा,
उनके सेवा निवृत्त होने के समय तक पूरा वेतन
उनके बच्चों के निःशुल्क शिक्षा व
एक परिवार जन को शासकीय अनुकम्पा नियुक्ति तत्काल दें।
हमारे गुना ज़िले के लिए शर्म की बात है।
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गश्त कर रहे जवानों पर अचानक किया हमला
शुक्रवार रात काले हिरण और मोर के शिकारियों के साथ हुई मुठभेड़ में आरोन थाने के एसआई राजकुमार जाटव, प्रधान आरक्षक नीरज भार्गव, सिपाही संतराम मीणा और लखन गिरी को गश्त के दौरान गोलियां लगी थी। इस फायरिंग में पुलिसकर्मी लखन गिरी गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती है, जबकि एसआई सहित तीन पुलिस जवानों की मौत हो गई। जबकि मुठभेड़ (encounter) में एक शिकारी भी मारा गया है। जानकारी के मुताबिक शिकारियों की संख्या सात थी। जिन्होंने मिलकर पुलिस जवानों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
शिकारियों के हमले में शहीद हुए श्री राजकुमार जाटव जी अशोक नगर, प्रधान आरक्षक श्री नीरज भार्गव जी मधुसूदनगढ़, सिपाही श्री संतराम मीणा जी को शत-शत नमन।
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) May 14, 2022
ईश्वर शहीदों के परिजनों को यह वज्रपात सहने की शक्ति प्रदान करे।
प्रशासन से माँग करता हूँ कि आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही हो।
घटना को लेकर सीएम की आपात बैठक
गुना में देर रात हुई पुलिस-शिकारियों के बीच भिडंत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात उच्चस्तरीय बैठक में सीएस शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chouhan), डीजीपी, एडीजी, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, पीएस गृह, पीएस मुख्यमंत्री सहित पुलिस के बड़े अधिकारी सम्मिलित हुए।