कुबरेश्वर धाम में महाकांड ! वायरल हो रहा कपल का प्राइवेट वीडियो...श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
Monday, Dec 08, 2025-06:09 PM (IST)
सीहोर (धर्मेंद्र राय) : प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम में एक बार फिर शर्मनाक और चिंताजनक मामला सामने आया है। जहां होटल में ठहरे एक कपल का वीडियो सामने आया है। वीडियो होटल की खिड़की से शूट किया गया है और सबसे बड़ी बात कि वीडियो शूट करने वाले कोई और नहीं बल्कि वहीं होटल के कुछ कर्मचारी हैं। कहा जा सकता है कि कुबेरेश्वर धाम जो लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है और आए दिन श्रद्धालु वहां पहुंचते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लाजमी है।
वीडियो...

होटल की खिड़की से कपल का चोरी-छिपे अश्लील वीडियो, फिर वायरल
ताज़ा मामला होटल डमरू वाला के कमरे नंबर 201 का है। यहां ठहरे एक कपल का वीडियो सामने वाले होटल उपासना पैलेस के कर्मचारियों द्वारा कमरे की खिड़की से छिपकर मोबाइल में बनाया गया। वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया, जिसके बाद धार्मिक स्थल के पास ऐसी हरकत को लेकर भारी आक्रोश फैल गया।

पुलिस की एंट्री… आरोपी पकड़े गए… फिर अचानक रिहाई!
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और उपासना पैलेस के कुछ युवकों को हिरासत में भी लिया।लेकिन कुछ ही घंटों में सभी को छोड़ दिया गया।
इससे कई सवाल खड़े हो गए—
- क्या पुलिस किसी दबाव में थी?
- FIR क्यों दर्ज नहीं हुई?
- होटल मैनेजर की लिखित शिकायत के बाद भी कार्रवाई अधूरी क्यों रह गई?
होटल डमरू वाला के मैनेजर ने इसे “हमें बदनाम करने की साजिश” बताया है। उधर, उपासना पैलेस के मैनेजर ने माना कि वीडियो उनके ही स्टाफ ने बनाया था।

“सीक्रेट ब्लैकमेलिंग रैकेट” की आशंका
पुलिस ने इस केस में कार्रवाई तक नहीं कि ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या आरोपियों के मोबाइल में और वीडियो मौजूद हैं या हो सकता है कि अन्य श्रद्धालुओं की गुप्त रिकॉर्डिंग पहले भी की गई हो या धर्मस्थल की आड़ में कोई ब्लैकमेलिंग गैंग सक्रिय है? पुलिस ने आरोपियों को इतनी जल्दी क्यों छोड़ दिया? मामला चाहे जो भी हो लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर उठे सवाल
वहीं मामले को लेकर लोग जमकर सवाल कर रहे हैं। कुछ का कहना है कि इस मामले का कुबेरेश्वर धाम से कोई लेना देना नहीं है। वहीं कुछ का कहना है कि ज्यादातर श्रद्धालु दूर से आते हैं और होटल में रुकते हैं तो ऐसे में धार्मिक नगरी में रुकने वालों श्रद्धालु टारगेट पर आ सकते हैं। क्योंकि ये गुप्त रिकॉर्डिंग का सिलसिला कब से चल रहा है ये जांच का विषय है और मामले की गहराई से जांच में किसी सीक्रेट ब्लैकमेलिंग गैंग का बड़ा खुलासा भी हो सकता है।

