MP में बीजेपी के वरिष्ठ नेता का निधन, सागर से भोपाल तक शोक की लहर
Monday, Dec 22, 2025-06:19 PM (IST)
भोपाल/सागर। मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी को एक अपूरणीय क्षति हुई है। प्रदेश खनिज विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष एवं सागर ज़िले के वरिष्ठ भाजपा नेता राजेंद्र सिंह मोकलपुर का सोमवार को उपचार के दौरान भोपाल के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही सागर सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई।
स्वर्गीय राजेंद्र सिंह मोकलपुर लंबे समय से अस्वस्थ थे और भोपाल में उनका इलाज चल रहा था। उनके देहांत की सूचना मिलते ही भाजपा संगठन, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों में गहरा दुख व्याप्त हो गया। सागर जिले में शोक का माहौल है।
पार्टी नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि राजेंद्र सिंह मोकलपुर का निधन पार्टी के लिए अत्यंत दुखद क्षति है और ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
प्रदेश के श्रम एवं पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया और परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
हजारों की मौजूदगी में अंतिम विदाई
स्वर्गीय राजेंद्र सिंह मोकलपुर का पार्थिव शरीर भोपाल से उनके निज निवास पथरिया जाट (सागर) लाया गया। दोपहर लगभग ढाई बजे यहां से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिक और समर्थक शामिल हुए। भावभीनी विदाई के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
जमीनी राजनीति के मजबूत स्तंभ थे मोकलपुर
राजेंद्र सिंह मोकलपुर मूल रूप से कांग्रेस से जुड़े थे, लेकिन वर्ष 2008 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद वे पूरी निष्ठा के साथ भाजपा संगठन में सक्रिय रहे। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें मध्य प्रदेश खनिज विकास निगम का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। वे सागर कृषि उपज मंडी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके थे।
सागर जिले की राजनीति में उनका एक अलग ही स्थान था। विशेषकर सुरखी क्षेत्र में वे एक मजबूत, लोकप्रिय और जमीनी नेता के रूप में पहचाने जाते थे। आम जनता और कार्यकर्ताओं से उनका सीधा जुड़ाव ही उनकी सबसे बड़ी ताकत थी।
पार्टी और क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति
राजेंद्र सिंह मोकलपुर का निधन न केवल भाजपा संगठन, बल्कि सागर जिले की राजनीति के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उनका सरल स्वभाव, संगठन के प्रति समर्पण और जनसेवा की भावना उन्हें हमेशा स्मरणीय बनाए रखेगी।

