खंडवा में दर्दनाक हादसा: तालाब में डूबने से दो मासूम बहनों की मौत, गांव में पसरा मातम

Monday, Sep 08, 2025-11:23 AM (IST)

खंडवा। (मुश्ताक मंसूरी): मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के जावर थाना क्षेत्र के ग्राम भकराड़ा में रविवार को हुई दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। जंगल के बीच बने तालाब में डूबने से दो मासूम सगी बहनों की मौत हो गई। यह हादसा उस वक्त हुआ जब चारों बहनें कपड़े धोने घर से निकली थीं। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों ने तालाब में सर्चिंग शुरू की और लगभग एक घंटे के प्रयास के बाद दोनों बच्चियों के शव बाहर निकाले गए।

हादसे का पूरा घटनाक्रम

रविवार दोपहर करीब 2 बजे आदिवासी भिलाला समाज की चार बहनें कपड़े धोने तालाब पर गई थीं। तालाब उनके घर से कुछ ही दूरी पर है। कपड़े धोते समय बड़ी बहन शिवानी (8) और सपना (12) पानी में गहराई तक चली गईं और डूब गईं। उस समय केवल उनकी दो छोटी बहनें, जिनकी उम्र 3 और 4 साल है, वहां मौजूद थीं। वे इस हादसे को रोक नहीं पाईं और घबराकर घर लौटकर पिता और परिजनों को जानकारी दी।

परिजनों और ग्रामीणों ने जब तालाब में खोजबीन की तभी करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों बच्चियों के शव बरामद हुए। जानकारी मिलते ही जावर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लिया। पुलिस की मौजूदगी में शवों को तालाब से बाहर निकाला गया और पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

गरीब परिवार की मासूम बेटियां

इस हादसे ने गरीब मजदूर परिवार की खुशियों को छीन लिया। मृतक बच्चियों के पिता सुनिल मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उनकी पत्नी का निधन तीन साल पहले ही हो चुका था। तब से चारों बहनों की देखभाल और घर की जिम्मेदारी बड़े स्तर पर आपस में ही संभाली जाती थी। परिवार के सामने तालाब होने के कारण वे अक्सर यहीं कपड़े धोते और नहाते थे।

एसआई राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि मां के निधन के बाद बच्चियां पिता के साथ ही रहती थीं। पिता मजदूरी करने जाते तो घर संभालने का जिम्मा इन नन्हीं बच्चियों पर ही आ जाता था। रविवार को भी कामकाज के बीच मासूम बहनों के जीवन पर यह बड़ी हादसाई घड़ी आ गई।

गांव में पसरा मातम

ग्राम भकराड़ा में मासूम बहनों की मौत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में मातम पसर गया। गांव के लोग बड़ी संख्या में परिवार के घर पर जुट गए। हर कोई इस घटना से दुखी नजर आया। ग्रामीणों ने बताया कि बच्चियां मासूम और मिलनसार थीं। वे अक्सर तालाब पर खेलते और नहाते देखी जाती थीं, लेकिन आज वही तालाब उनकी मौत का कारण बन गया।

पुलिस जांच जारी

जावर थाना प्रभारी श्याम भादले ने जानकारी दी कि फिलहाल प्रारंभिक जांच में यह मामला साधारण डूबने से मौत का प्रतीत होता है। किसी तरह की अन्य आशंका की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और मामले की विवेचना की जा रही है।

दुखद घटना ने जगाई सुरक्षा की चिंता

ग्रामीणों के अनुसार, तालाब गांव के नजदीक है और बच्चे यहां अक्सर खेलने आ जाते हैं। यह दुर्घटना इस बात पर भी सवाल उठाती है कि क्या छोटे तालाबों और जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम मौजूद हैं। इस तरह की घटनाएं बार-बार ग्रामीण क्षेत्रों में होती रही हैं, जिनमें मासूमों की जान चली जाती है।

परिजनों का दुख

परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। पिता सुनिल का कहना है कि उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी उनकी बच्चियां थीं। मां की मौत के बाद बच्चे ही उनके जीवन का सहारा बने थे। अब दो मासूम बेटियों को खो देने का गम उनके लिए असहनीय है।


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Content Editor

Himansh sharma

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