कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी लोगों से पैसे ठगने के मामले की अमेरिकी एजेंसी FBI ने शुरू की जांच, सीबीआई से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

3/1/2022 6:35:18 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): इंदौर की विजय नगर और लसूड़िया थाना पुलिस में करीब डेढ़ साल पहले इंटरनेशनल कॉल के जरिये अमेरिकी नागरिकों से करोड़ो रूपये की धोखाधड़ी की थी, जिसमे अब नया मोड़ गया है. इस पूरे मामले की अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने जांच पड़ताल शुरू की है। एफबीआई के अधिकारियों ने इंदौर क्राइम ब्रांच के डीसीपी निमिश अग्रवाल से करीब 25 मीनिट तक फोन पर चर्चा कर जानकारी मांगी। 

खुद को अमेरिका का ऑफिसर बताकर ठगे थे रुपये 

दरसअल डेढ़ साल पहले इंदौर की विजय नगर और लसूड़िया थाना पुलिस ने इंटरनेशनल कॉल के जरिये धोखाधड़ी करने वाले करीब 23 लोगों को गिरफ्तार किया था। यहां आरोपियों द्वारा इंदौर में कॉल सेंटर के जरिये खुद को अमेरिका का सोशल सिक्योरिटी गार्ड विभाग के अफसर बताते हुए लोगों को ड्रग्स ट्रैफिकिंग, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी नेशनल एक्टिविटी केस में हाथ होने के नाम से रुपय वसूले थे। जिस पर 100 से अधिक अमेरिकी नागरिकों ने एम्बेसी में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये आरोपियों से होगी पूछताछ

वहीं क्राइम ब्रांच ने करीब डेढ़ साल पहले 24 लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं डीसीपी क्राइम निमिश अग्रवाल ने बताया कि इसमें एक आरोपी करन भट्ट जोकि अभी भी फरार है। कॉल सेंटर का मैनेजर जोशी फ्रांसीसी की कस्टडी के दौरान कोविड से हॉस्पिटल में मौत हो चुकी है। जिसमें आईटी हेड जयराज सहित कॉल सेंटर के 19 कर्मचारियों को कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। जिसमें 6 कॉल सेंटर में अमेरिकी नागरिकों का डाटा भी मिला था। वहीं डीसीपी निमिश अग्रवाल से अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई द्वारा आरोपियों का रिकॉर्ड मांगा गया है। आरोपियो से क्राइम ब्रांच को 10 लाख अमरीकी नागरिकों का डाटा भी दिया था। जिसमें आरोपियों द्वारा एक ही दिन में दस लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी आसानी से कर लेते थे। वहीं अब जल्द ही अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई द्वारा आरोपियों से इंदौर क्राइम ब्रांच की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पूछताछ करवाई जाएगी।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Devendra Singh

Recommended News

Related News