मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया ‘पंडुम कैफ़े’ का शुभारंभ, नक्सल प्रभावित युवाओं के पुनर्वास की नई मिसाल
Monday, Nov 17, 2025-05:56 PM (IST)
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जगदलपुर के पुलिस लाइन परिसर में ‘पंडुम कैफ़े’ का शुभारंभ किया। यह कैफ़े नक्सली हिंसा के पीड़ितों और समर्पण कर चुके पूर्व माओवादी सदस्यों के पुनर्वास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण पहल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कैफ़े बस्तर में नक्सल उन्मूलन की दिशा में हो रहे सकारात्मक बदलाव का प्रेरक प्रतीक है, जो आशा, प्रगति और शांति का मार्ग प्रशस्त करता है।

शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने कैफ़े में कार्यरत फगनी, पुष्पा ठाकुर, बीरेंद्र ठाकुर, आशमती और प्रेमिला बघेल से बातचीत की और उनके नए जीवन की शुरुआत के लिए हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटे ये युवा अब सम्मानजनक रोजगार के साथ समाज सेवा की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। कैफ़े से जुड़े युवाओं ने भावुक होकर अपने अनुभव साझा किए। एक पूर्व माओवादी सदस्य ने कहा, ‘हमने अपने अतीत में अंधकार देखा है, लेकिन अब बारूद की जगह कॉफी परोसकर सम्मानजनक जीवन जी पा रहे हैं। यह हमारे लिए नए जन्म जैसा है।’

एक अन्य सहयोगी ने कहा, ‘पहले परिवार को सुरक्षित भविष्य देने का सपना भी नहीं था, अब अपनी कमाई से हम परिवार का भविष्य संवार पा रहे हैं।’ प्रशासन और पुलिस की ओर से इन युवाओं को आतिथ्य सेवा, कैफ़े प्रबंधन, ग्राहक सेवा, स्वच्छता, खाद्य सुरक्षा और उद्यमिता कौशल का विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे जीवन में आत्मनिर्भर बन सकें। ‘पंडुम’ नाम बस्तर की सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा है। कैफ़े की टैगलाइन ‘जहाँ हर कप एक कहानी कहता है’ यह दर्शाती है कि यहाँ परोसी जाने वाली हर कॉफी साहस, संघर्ष और नई शुरुआत की कहानी बयान करती है। कार्यक्रम में वन मंत्री केदार कश्यप, शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव, सांसद महेश कश्यप, विधायक किरण सिंह देव, विधायक विनायक गोयल, कई जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, कलेक्टर हरिस एस. और एसपी शलभ सिन्हा भी उपस्थित रहे।

