दमोह में पैर धुलाकर पानी पिलाने की घटना पर MP कोर्ट की बड़ी टिप्पणी, खुद को हिंदू कहने वाले आपस में लड़कर ही अस्तित्वहीन हो जाएंगे''
Tuesday, Oct 14, 2025-11:21 PM (IST)
(जबलपुर): मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने प्रदेश में बार-बार होने वाली जाति संबंधित हिंसा और भेदभाव वाली कार्रवाई पर हैरानी जताई है । दमोह की घटना पर हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लेकर सख्त टिप्पणी की है जो काफी सोचने वाली है।
'खुद को हिंदू कहने वाले लोग आपस में लड़कर आस्तित्वहीन हो जाएंगे-कोर्ट
मध्य प्रदेश हाईकोर्टन ने कहा कि 'खुद को हिंदू कहने वाले लोग आपस में लड़कर आस्तित्वहीन हो जाएंगे'। ब्राह्मण-क्षत्रिय, वैश्य,शूद्र सभी अपनी आजाद पहचान का दावा कर रहे हैं। इस पर नियंत्रण नहीं किया जाता है तो डेढ़ सदी में ही खुद को हिंदू कहने वाले लोग आपस में लड़कर अस्तित्वहीन हो जाएंगे। हाईकोर्ट के जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस प्रदीप मित्तल की युगलपीठ ने ये अहम टिप्पणी की है। दरअसल ये मामला दमोह का था, जिले के ग्राम सतरिया में घटित घटना के संबंध में चैनल और अखबारों में प्रकाशित खबर पर हाईकोर्ट में संज्ञान लिया था।
ग्राम सतरिया में शराबबंदी लागू होने के बावजूद गांव का ही अन्नू पांडे नाम का युवक शराब बेच रहा था। इस को लेकर गांव में ही रहने वाले ओबीसी वर्ग के एक युवक ने AI की मदद से अन्नू की फोटो के गले में जूतों की माला पहनाते सोशल मीडिया पर डाल दी जो काफी वायरल और विवादित हो गई। विवाद के बाद युवक ने सोशल मीडिया से ये फोटो हटा दी थी।
लेकिन इस मसले का हल साधारण तरीके से नहीं निपटा, गांव में पंचायत बुलाई गई और ओबीसी वर्ग के युवक को गांव के मंदिर में बुलाया गया। ओबीसी वर्ग के युवा ने न केवल अन्नू के पैर धोए बल्कि गंदा पानी भी पिया। इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसी पर कोर्ट ने संज्ञान लिया और ये महत्व पूर्ण टिप्पणी की। लिहाजा युगलपीठ ने दोषियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया है। याचिका पर अगली सुनवाई बुधवार 15 अक्टूबर को है।

