MP: धार की ‘इमामबाड़ा’ पर PWD का कब्जा! जुमे पर अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर STF-पुलिस टीमें तैनात

Friday, Aug 22, 2025-02:26 PM (IST)

भोपाल : मध्य प्रदेश के धार में इमामबाड़ा की इमारत को लेकर एक बार फिर विवाद गहराने की आशंका के बीच जिले में अलर्ट रखा गया है। दरअसल, इस इमारत को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था जिसके बाद 20 अगस्त तड़के सुबह 4 बजे जिला प्रशासन ने इमामबाड़ा के मुख्य द्वार पर लोहे का बड़ा गेट लगाकर ताला जड़ दिया था और इमारत को लोक निर्माण विभाग (PWD) के सुपुर्द कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद आज पहला जुमा होने के कारण विवाद गहराने की आशंका के चलते प्रशासन अलर्ट मोड़ पर आ गया है।

इमामबाड़ा इमारत पर शहर का मुस्लिम समाज धार्मिक स्थल के रूप में दावा करता है। ऐसे में हर शुक्रवार (जुमे) को इमामबाड़े में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग जुटते हैं, लेकिन अब यह इमारत PWD के कब्जे में हैं, ऐसे में मामला बेहद संवेदनशील हो गया है और बवाल कटने की आशंका जताई जा रही है।

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मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पूरे शहर में सैकड़ों की संख्या में पुलिसबल के साथ एसटीएफ (STF) को तैनात किया गया है। वहीं, पुलिस ने पूरे शहर में फ्लैग मार्च भी निकाला है। इमामबाड़ा परिसर के चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई है और चार पहिया वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। 

क्या है इमामबाड़ा इमारत विवाद?

स्थानीय लोगों की मानों तो इमामबाड़ा इमारत धार जिले के महाराजा आनंद राव पंवार के शासनकाल में आजादी से पहले बनवाई गई थी। 1947 में देश की आजादी के बाद, साल यह इमारत पीडब्लूडी (PWD) को सौंप दी गई और तब से पीडब्लूडी इस जगह को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए किराए पर देने लगा। सूत्रों की मानों तो साल 1960 में मुस्लिम समाज ने इस भवन को ताजिया रखने के लिए किराए पर लिया और लेकिन धीरे धीरे इस बर कब्जा कर लिया। यही वजह है कि इस इमारत को लेकर लगातार विवाद जारी है।


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meena

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