धनतेरस के दिन MP के इस कुबेर मंदिर जरूर जाएं, दूसरे दिन से दिखने लगेगा चमत्कार, होगी धन की वर्षा!
Thursday, Oct 16, 2025-08:38 PM (IST)

उज्जैन: उज्जैन में स्थित कुबेर मंदिर अपने अनोखे विधान और पौराणिक मान्यताओं के कारण देशभर में प्रसिद्ध है। मंदिर की चतुर्भुज प्रतिमा यहां बैठी मुद्रा में स्थापित है और इसे भारत में मौजूद कुबेर की तीन प्रमुख “विराजमान” प्रतिमाओं में से एक माना जाता है।
मंदिर की मान्यता के अनुसार, जब भगवान श्रीकृष्ण, बलराम और सुदामा ने महर्षि सांदीपनि से शिक्षा पूरी की थी, तब गुरु दक्षिणा के समय स्वयं भगवान कुबेर यहां प्रकट हुए थे। तभी से यह चतुर्भुज प्रतिमा स्थापित है। मंदिर के पुजारियों का कहना है कि धनतेरस के दिन कुबेर जी की नाभि पर घी में इत्र मिलाकर लगाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों के घर में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वर्षा होती है। कुबेर जी की प्रतिमा में एक हाथ में सोम पात्र, दूसरा हाथ अभय मुद्रा में आशीर्वाद देता हुआ और कंधे पर धन के प्रतीक नेवले की खाल का पुतला लिए हुए हैं।
कुबेर जी को पीला रंग प्रिय होने के कारण इस दिन पीले मिष्ठान और फलों में अनार का भोग अर्पित किया जाता है। मंदिर में धनतेरस से एक दिन पूर्व विशेष अभिषेक, हवन और पूजन अनुष्ठान आयोजित होते हैं। मंदिर के शिखर पर श्री यंत्र स्थापित है, जो इस स्थान की धन और ऐश्वर्य से जुड़ी विशिष्टता को दर्शाता है। लाखों श्रद्धालु इस चमत्कारी मंदिर में कुबेर जी के दर्शन और नाभि पर घी-इत्र लगाने के लिए आते हैं, ताकि उनके खजाने कभी खाली न हों।