ओवैसी के सिपहसालार का सनातन पदयात्रा को लेकर खुला चैलेंज, बोले- एक लाख धीरेंद्र शास्त्री भी आ जाए,तो भी...
Tuesday, Nov 11, 2025-05:00 PM (IST)
बुरहानपुर : आगामी 2028 विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए एआईएमआईएम (AIMIM) ने मध्यप्रदेश में संगठन को मजबूत करने की रणनीति तेज कर दी है। इसी कड़ी में प्रदेश अध्यक्ष मोहसिन अली खान ने सोमवार को बुरहानपुर का दौरा किया और कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री द्वारा निकाली जा रही हिंदू राष्ट्र पदयात्रा पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मोहसिन अली खान ने कहा “एक नहीं, एक लाख धीरेंद्र शास्त्री भी आ जाएं, तो भारत की एकता नहीं तोड़ सकते। मुसलमान, ईसाई और कामरेड के बिना यह देश पूरा नहीं हो सकता।”उन्होंने आगे कहा कि देश की ताकत उसकी विविधता में है और किसी भी एक समुदाय को अलग करके भारत को मजबूत नहीं बनाया जा सकता।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर हमला
मोहसिन अली खान ने अपने भाषण में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर तीखे हमले बोले। उन्होंने आरोप लगाया कि, मध्यप्रदेश में कांग्रेस के टिकट और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के फैसले बीजेपी लेती है।” उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम न तो किसी की ‘बी टीम’ है और न ही किसी की कठपुतली, बल्कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए राजनीतिक प्रतिस्पर्धी है।
2028 के लिए मिशन मोड पर AIMIM
खान ने कहा कि पार्टी 2028 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए राज्यभर में संगठन विस्तार पर फोकस कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एआईएमआईएम ‘जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिस्सेदारी’ के सिद्धांत पर काम कर रही है और आने वाले चुनावों में तीसरे विकल्प के रूप में उभरने का लक्ष्य रखती है।
हेडगेवार के बयान का भी किया उल्लेख
धीरेंद्र शास्त्री की हिंदू राष्ट्र यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए मोहसिन अली खान ने कहा कि आरएसएस संस्थापक हेडगेवार ने अपनी एक किताब में लिखा था कि “भारत के तीन दुश्मन मुसलमान, ईसाई और कामरेड हैं।” इस पर उन्होंने कहा “अगर ये तीन समुदाय नहीं होंगे, तो भारत अधूरा रहेगा। ये देश सबका है और सबके बिना अधूरा है।”
राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज
खान के इस बयान ने प्रदेश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। जहां एआईएमआईएम इसे “समानता और भागीदारी की आवाज़” बता रही है, वहीं बीजेपी और कांग्रेस इसे “ध्रुवीकरण की राजनीति” का हिस्सा कह रही हैं।

