MP अजब है, यहां के कारनामें गजब है! सरपंच ने किसी और को ठेके पर दे दी अपनी सरपंची, स्टॉम्प पेपर पर एग्रीमेंट भी बनाया
Friday, Feb 07, 2025-08:07 PM (IST)
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नीमच (मूलचंद खींची) : मध्यप्रदेश के नीमच जिले में पंचायती राज व्यवस्था में गजब एवं हैरत अंगेज मामला सामने आया है। जिले की मनासा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दांता की महिला सरपंच ने गांव के ही एक व्यक्ति को सरपंची (पद) ठेके पर दे दिया। 500 रूपए के स्टॉम्प पर बकायदा सरपंच और संबंधित व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट भी हुआ। एग्रीमेंट की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हडकंप मच गया है। जिला प्रशासन ने इस संबंध में सरपंच कैलाशीबाई को पद से पृथक करने का नोटिस जारी कर दिया है। जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव के समक्ष पेश होने की तारीख 8 फरवरी 2025 नियत कर दी है।
ग्राम पंचायत दांता की सरपंच कैलाशीबाई पति जगदीश कच्छावा (बंजारा) ने पंचायत में होने वाले निर्माण कार्यों से लेकर अन्य कार्यों की बागडोर गांव के ही सुरेश पिता मांगीलाल को दे दी है। जिसके लिए दोनों के बीच 24 जनवरी 2025 को आपसी अनुबंध लिखा गया। अनुबंध में प्रथम पक्ष सरपंच कैलाशीबाई बनी और द्वितीय पक्ष सुरेश बना। जिसमें स्पष्ट लिखा गया कि ग्राम पंचायत दांता के सरपंच के समस्त कार्य अथवा मनेरगा, प्रधानमत्री आवास, वाटरशेड इत्यादि जो भी कार्य शासन के अंतर्गत होते है, वह समस्त कार्य आज दिनांक के बाद से ही सरपंच के स्थान पर सुरेश करेंगे, जब तक सरपंच पद पर कैलाशीबाई बनी रहेगी, तब तक सुरेश काम करेगा। बीच में किसी भी प्रकार का दखल सरपंच का नहीं रहेगा, जहां पर भी सरपंच के हस्ताक्षर की आवश्यकता होगी, तब कैलाश की सहमती से ही सरपंच हस्ताक्षर करेगी। इस अनुबंध में बकायदा दो गवाह सद्दाराम और मन्नालाल बने है। अगर दोनों पक्ष में से कोई इस अनुबंध का पालन नहीं करेगा जो भी हजा-खर्चा होगा, दोषी पक्ष से चार गुना वसूला जाएगा। सरपंच पद ठेके पद देने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन के भी कान खड़े हो गए हैं। सरपंच के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया है। पद से पृथक करने की शुरूआत प्रक्रिया के तहत नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
आखिर कौन है ठेके पर लेने वाला व्यक्ति
पंचायत को ठेके पर लेने वाला सुरेश ग्राम पंचायत में ही होने वाले निर्माण कार्यों का ठेका लेना वाला व्यक्ति है। उसके नाम का अनुबंध सामने आने के बाद सच में पंचायत को ठेके पर देने की बात पर बल मिलता है। इधर मामला उजागर होने के बाद सरपंच और संबंधित व्यक्ति भूमिगत हो गए है। हमारी टीम गांव पहुंची और पंचायत में कोई नहीं मिला। सरपंच के पति जगदीश ने इतना जवाब दिया कि ऐसा कोई अनुबंध हमने नहीं किया है।
जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव ने बताया कि सरपंच पद के सारे काम किए जाने का किसी दूसरे व्यक्ति के नाम अनुबंध करने का मामला समाने आया है, जांच शुरू कर दी है, अगर सही पाया जाता है तो सरपंच को पद से पृथक कर दिया जाएगा।