अवैध संबंध छिपाने के लिए की थी 5 लोगों की हत्या, कोर्ट ने सुनाई फांसी की सजा
Wednesday, Mar 20, 2019-09:48 AM (IST)

भिंड: जिले के वीरेंद्र नगर में रहने वाली रीना शुक्ला तथा उसकी बेटी समेत पांच लोगों की निर्मम हत्या करने के आरोपी नीतेश उर्फ अंकुर दीक्षित को कोर्ट ने इस जघन्य हत्याकांड के लिए दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। सजा सुनते ही आरोपी कोर्ट में फूट फूट कर कर रोने लगा। यह फैसला इस मामले की सुनवाई कर रही द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश एम एल राठौर की कोर्ट ने मंगलवार को सुनाया।
जानकारी के अनुसार, भिंड के वीरेंद्र नगर में 13-14 मई 2016 की रात को एक सनसनी खेज हत्याकांड की घटना सामने आई थी। पुलिस ने इस मामले में गोविंद नगर निवासी अंकुर उर्फ नीतेश दीक्षित को गिरफ्तार किया था। आरोपी अंकुर ने पुलिस के सामले अपना गुनाह कुबूल भी किया था। आरोपी ने विधवा महिला रीना शुक्ला, उसकी बेटी छवि, जेठ की बेटी महिमा, भाई की लड़की अंबिका और भाई के बेटे गोलू शर्मा की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया था कि मामला अवैध संबंधों का था। जिसमें रीना शुक्ला और अंकुर के बीच शारीरिक संबंध थे। अंकुर रीना के प्यार में पागल था और वह रीना शुक्ला के घर पर रह रहे किराएदार के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने आता था। महिला रीना की बेटी छवि को इनके बीच संबंधों का पता चला गया था। अपने घिनौने कारनामे को छिपाने के लिए महिला और आरोपी शिक्षक ने छवि व घर में मौजूद अन्य लोगों को खाने में नींद की गोली मिलाकर सुला दिया और सोने के बाद उनकी हत्या कर दी। मामले में नया मोड़ जब आया जब मामला खुल जाने के डर से अंकुर दीक्षित ने अपनी प्रेमिका रीना शुक्ला को भी मार डाला और घटना को लूट का रूप देने की कोशिश की।
पांच लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद पकड़े जाने के डर से आरोपी ने घर के बाहर ताला लगा दिया था। जिससे किसी को हत्या के बारे में पता न चले। एक साथ एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या हो जाने से पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने घटना को लेकर सजगता दिखाते हुए मात्र 24 घंटों के अंदर ही हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि घटना को देखकर ऐसा लग रहा था कि पांच लोगों की मौत के पीछे कई लोगों का हाथ है लेकिन ऐसा नहीं हुआ था। हत्याकांड के खुलासे में हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि रामबाबू के घर बच्चों को घर पर ही ट्यूशन कराने वाला नीतेश उर्फ अंकुर दीक्षित ही था। जो खुद को मृतका के परिजनों में सही साबित करने के लिए अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था।