स्कूल में पटाखा फोड़ने पर निष्कासित किए 10वीं के छात्र ने घर आकर फंदे पर लटककर दी जान, दिवाली के खुशी से पहले छाया मातम

Tuesday, Oct 14, 2025-03:38 PM (IST)

निवाड़ी (कृष्णकांत बिरथरे): जिला निवाड़ी से ऐसी दुखद घटना सामने आई है जो किसी को भी झकझोर कर रख दिया है। स्कूल से निकाले गए एक छात्र ने घर में आकर अपनी जान दे दी और पूरे गांव में मातम छा गया।  दरअसल स्कूल से निष्कासित 10वीं के छात्र ने फंदे से झूलकर अपने जीवन को खत्म कर लिया। जानकारी के मुताबित स्कूल में पटाखा फोड़ने पर मैनेजमेंट ने 10वीं के छात्र को स्कूल से निष्कासित कर दिया था लेकन किसी को क्या पता था कि छात्र ऐसा कदम उठा लेगा

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पृथ्वीपुर के छात्र के इस खौफनाक कदम से हर कोई हैरान है, परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर मानसिक दबाव बनाने का आरोप लगाया है तो वहीं सुसाइड के बाद स्कूल मैनेजमेंट कुछ भी बोलने से बच रहा है। मृतक छात्र ओरछा रोड पर स्थित अल्फोंसा शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में पढ़ता था। जानकारी के मुताबित छात्र ने कुछ दिन पहले स्कूल परिसर में पटाखा फोड़ा था जिसके बाद स्कूल से 15 दिन के लिए निष्कासित  कर दिया था। इसके बाद छात्र ने सोमवार की रात फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है।

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वहीं दूसरी ओर छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर मानसिक दबाव के आरोप लगाए हैं। लड़के के पिता का कहना है कि स्कूल में पटाखा फोड़ने के बाद उन्हें स्कूल बुलाया था, स्कूल के फादर ने कहा कि बच्चे को ले जाओ हम इसे नहीं पढ़ा सकते हैं। इसने गलती की है । पिता ने कहा कि हम माफी मांगते हैं फिर वो गलती नहीं करेगा। लेकिन वो नहीं माने और 15 दिन का निष्काशन कर दिया। बेटे के दिमाग में घूमती रही और उसने  दूसरे दिन खेत में पेड़ से फंदे पर लटककर जान दे दी। हालांकि घटनास्थल पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। 

मृतक साहिल के पिता ने अल्फोंसा स्कूल के फादर पर बच्चे को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि फादर ने हमारे बच्चे को एक गलती के कारण 15 दिन के लिए स्कूल से निकाल दिया था उसी से आहत होकर बच्चे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 

वही अल्फोंसा हाई स्कूल की प्राचार्य रीना मोलपे ने बताया कि बच्चे ने क्लास रूम में पटाखा फोड़ा था, जो की उद्दंडता की श्रेणी में आता है । इस वजह से स्कूल से उसे 15 दिन के लिए घर पर रहकर पढ़ने की कहा गया था ।  उन्होंने बताया कि बच्चे यदि स्कूल में उद्दंडता करते हैं तो उन्हें हल्का-फुल्का पनिशमेंट देना पड़ता है।

पुलिस का कहना है कि परिजनों और स्कूल प्रबंधन के बयान दर्ज किए जाएंगे। लिहाजा इसके बाद आगे कि कार्रवाई की जाएगी।

 


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Content Editor

Desh sharma

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